सरकार में पहले दलित प्रतिनिधित्व नहीं था, अब इसकी भरपाई हो गई – पायलट

पायलट

जयपुर। प्रदेश में हो रहे मंत्रिमंडल पुनर्गठन में समर्थकों को जगह मिलने पर पूर्व उपमुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने खुशी जाहिर की है। पायलट ने कहा कि कल राजस्थान के कैबिनेट का पुनर्गठन हुआ था। आज प्रदेश के राज्यपाल नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। मुझे खुशी है कि कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी और प्रदेश की सरकार ने जो कुछ कमियां थीं उसे पूरा किया है। उन्होंने कहा कि इसमें आदिवासियों का प्रतिनिधित्व भी शामिल है। मुझे लगता है कि यह एक आवश्यक कदम था जिसे कांग्रेस और राज्य सरकार ने आगे बढ़ाया है।

पायलट ने कहा कि इस नई कैबिनेट में 4 दलित मंत्री शामिल हैं। यह एक संदेश है कि AICC, राज्य सरकार और पार्टी दलितों, पिछड़े और गरीबों के लिए प्रतिनिधित्व चाहती है। लंबे समय से हमारी सरकार में दलित प्रतिनिधित्व नहीं था, अब इसकी भरपाई हो गई है और उन्हें अच्छी संख्या में शामिल किया गया है।

पायलट ने कहा कि मैंने हमेशा मुद्दों की बात की है। हमने कभी व्यक्ति विशेष की बात नहीं की। मुझे खुशी है कि सोनिया गांधी ने जो हमारी समस्याओं को लेकर जो कमेटी बनाई थी, उसका सकारात्मक परिणाम कल आया है और आगे भी अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। पांच साल बाद सरकार रिपीट नहीं होती है, इसको लेकर पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मजबूती के साथ काम करेगी और 2023 में कांग्रेस फिर से सरकार बनाएगी।

पायलट ने कहा कि मैं कांग्रेस प्रेसिडेंट से मिला और अनेक मुद्दों पर बातचीत की। जो भी कांग्रेस पार्टी ने मुझे जिम्मेदारी दी है मैंने पूरी ताकत से निभाया है। जो पार्टी मुझे आने वाले समय में निर्देश देगी मुझे जहां भी काम देगी वह करेंगे। राजस्थान में 2023 में सरकार हम वापस बनाएंगे। सचिन पायलट ने कहा कि हमने एक सिद्धांत के तहत अपनी समस्याओं को उठाया था, जिसका सकारात्मक परिणाम आया है। इस बार की जो कैबिनेट है उसमें सभी वर्गों की भागीदारी होगी।

गृह विभाग को लेकर उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपना काम कर रहा है और जहां कमजोरी है उसको सरकार ठीक करेगी। महिलाओं के खिलाफ शोषण को लेकर उन्होंने कहा कि इन घटनाओं को रोकने के लिए सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि टिकट बंटवारे में महिलाओं को अधिक से अधिक टिकट मिले और उनका प्रतिनिधित्व अधिक हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *