जयपुर : कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने निंबाराम को लेकर फिर निशाना साधा और कहा कि निंबाराम को सामने आना चाहिए। मुकदमा हुआ है तो अब पुलिस को सामने आकर बताना चाहिए, लखनऊ या दिल्ली में छिपने से तो काम नहीं चलेगा। जांच में सहयोग करना पड़ेगा। दुर्भाग्य है कि ऐसे लोग पर्दे के पीछ से राजनीति करते हैं। ये लोग न जनता से सीधा सरोकार रखते हैं, न चुनाव जीतकर आते हैं। केंद्र हो या राज्य दोनों जगह ये पर्दे के पीछे से राज करते हैं। जहां मौका मिलता है वहां भ्रष्टाचार में आकंठ डूब जाते हैं और मुकदमा दर्ज होने पर छिपकर बैठ जाते हैं।
बीजेपी में आपसी झगड़े
उन्होंने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वंदे मातरम और भारत माता की जय सब बोलते हैं, आरएसएस बीजेपी वाले ऐसे पेश करते हैं जैसे केवल वे ही बोलते हैं। डोटासरा ने बीजेपी पर भी जुबानी हमला बोला और कहा कि बीजेपी में आपसी झगड़े सबसे ज्यादा हैं। बीजेपी खोखली हो चुकी है। हमें तो यह लग रहा है कि ये फिर से पावों पर खड़े हो पाएंगे या नहीं। हम चाहते हैं कि विपक्ष मजबूत हो।
उम्मीद नहीं थी कि चतुर्वेदी ऐसी ओछी भाषा बोलेंगे
भाजपा के ब्लेक पेपर जारी करने तथा पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी के बयान पर डोटासरा ने कहा कि अरुण चतुर्वेदी को तो माफी मांगनी चाहिए। आरएसएस की पाठशाला में हल्की बातें ही सिखाई जाती हैं। सीएम को तोते पालने के शौक वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बौखलाहट भरा बयान है। सभी मंत्री मुख्यमंत्री के सहयोगी हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से उम्मीद नहीं करता हूं कि वे इस तरह ओछी भाषा बोलेंगे, खुद चतुर्वेदी को भी अहसास हुआ होगा।
जनआशीर्वाद यात्रा का ढोंग
डोटासरा ने केंद्रीय मंत्रियों की जनआशीर्वाद यात्रा को ढोंग बताते हुए कहा कि जनता का आशीर्वाद लेने से पहले राजस्थान के 25 बीजेपी सासंदों, केंद्रीय मंत्रियों को हिसाब देना चाहिए कि उन्होंने राजस्थान के लिए क्या किया। बीजेपी के मंत्री झूठे भाषण देने और किसानों के घावों पर नमक छिड़कने के लिए यात्राएं कर रहे हैं। बीजेपी राजस्थान में प्रतिपक्ष की भूमिका तक नहीं निभा सकी, जनता इन्हें जान चुकी है।