उपचुनावों में कांग्रेस भी राम के सहारे

E8A0tpuUUAEM mH e1628170537335

जयपुर। भाजपा के राम के मुद्दे पर कटाक्ष करने वाली कांग्रेस राजस्थान में दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में राम को ही मुद्दा बनाने जा रही है। राजस्थान में धरियावद और वल्लभनगर सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इन्हीं चुनावों में कांग्रेस राम को प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने पर विचार कर रही है। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के राम पर दिए बयान को उपचुनावों में कांग्रेस जोर शोर से उठाएगी। अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।

इस बार उपचुनावो में राम नाम पर ही बीजेपी और कांग्रेस के बीच चुनावी संग्राम होना तय है। पिछले उपचुनाव में महाराणा प्रताप पर नेता प्रतिपक्ष के बयान पर चुनावी रण लड़ गया था। कांग्रेस को इसका लाभ भी हुआ। तीन में से दो सीटें न केवल जीत गई, बल्कि तीसरी सीट भी भाजपा की जीत का अंतर 4 हजार पर आ टीका था।

आपको बता दे कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पिछले दिनों बयान कहा था कि बीजेपी नहीं होती तो भगवान राम आज समुद्र में होते। इस बयान को कांग्रेस राम के अपमान से जोड़कर बीजेपी को घेर रही है। उपचुनाव की घोषणा से पहले ही कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाना शुरू कर दिया है। अब दोनों सीटों पर कांग्रेस नेता बार बार कटारिया के बयान का जिक्र करके इस मुद्दे को चुनाव तक जिंदा रखने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- राम के नाम पर सत्ता में आई बीजेपी आज भगवान राम पर ही सवाल उठा रही है, गुलाबचंद कटारिया का बयान सबने सुना वे कह रहे थे बीजेपी नहीं होती तो राम समुद्र में होते। बीजेपी की अब कलई खुल चुकी है, दोनों उपचुनावों में कांग्रेस जीतेगी। उदयपुर के प्रभारी मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास से जब राम को चुनावी मुद्दा बनाने के बारे में पूछा तो कहा- गुलाबचंद कटारिया के राम पर दिए बयान का हिसाब उपचुनावों में जनता जरूर मांगेगी।

मीणा बैठक में नहीं आए

कांग्रेस की आज धरियावद और वल्लभनगर के लिए गठित समितियों की पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीडब्ल्यूसी सदस्य रघुवीर मीणा नहीं आए। उन्हें प्रोटोकॉल व वरिष्ठता का ध्यान रखे बिना धरियावद की कमेटी में लिया गया हैं। कमेटी में उनसे ऊपर दो मंत्रियों के नाम हैं जो दोनों ही काफी जूनियर हैं। वैसे भी सीडब्ल्यूसी सदस्य का प्रोटोकॉल पीसीसी चीफ से भी बड़ा होता है। दोनों कमेटियों में कुल 14 सदस्यों में से 8 ही बैठक में आए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *