जयपुर : प्रदेश में सीएम गहलोत की रोजा इफ्तार पार्टी में छबड़ा हिंसा के मुख्य आरोपी आसिफ हसाड़ी के शामिल होने के मामला अब गरमा गया है। इसको लेकर भाजपा ने कथित आरोपी के फोटो शेयर करते हुए कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। BJP प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ व छबड़ा से BJP विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने कथित आरोपी के फोटो शेयर किए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से 22 अप्रैल को CM हाउस में यह पार्टी दी गई थी।
भाजपा विधायक सिंघवी ने मंत्री ममता भूपेश और राज्य महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती के साथ भी आरोपी के फोटो शेयर किए हैं। साथ ही एक फोटो में कांग्रेस MLA रफीक खान आरोपी के गले में हाथ डालकर मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं। प्रताप सिंह सिंघवी ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री को लिखा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि छबड़ा हिंसा का मुख्य आरोपी आसिफ हसाड़ी आपकी इफ्तार पार्टी में शरीक हुआ। ऐसे अपराधियों को इफ्तार पार्टी में जगह कैसे मिल गई, इसका पता इंटेलिजेंस विंग को करना चाहिए। उन्होंने छबड़ा थाने में बारां के जिला SP कल्याण मल मीणा से मुलाकात करते हुए फोटो शेयर करके लिखा- विधानसभा क्षेत्र में महिला उत्पीड़न, अपराधों पर रोकथाम सहित छबड़ा दंगे के मामले में लम्बी चर्चा की है। मुख्यमंत्री आवास पर अपराधियों के पहुंचने के बारे में भी चर्चा कर कार्रवाई की मांग की है।
दोषी होगा तो उसे सजा मिलेगी- रफ़ीक़ खान
फोटो सामने आने के बाद कांग्रेस MLA रफीक खान ने कहा कि उस फोटो में मेरे बाईं ओर छबड़ा के पार्षद हसन भी दिख रहे हैं। इफ्तार में उनके साथ कुछ लोग मिलने आए थे। छबड़ा से आए कांग्रेस पार्षदों की टीम भी वहां पर मौजूद थी। सभी ने CM हाउस में अलग-अलग फोटो खिंचवाई और रोजा इफ्तार किया। जिस शख्स के बारे में कहा जा रहा है, उसने अग्रिम जमानत करवा ली है। वह कोर्ट से जमानत पर है।अगर वह दोषी होगा तो उसे सजा मिलेगी। दोषी नहीं होगा तो सजा नहीं मिलेगी। उसके रोजा खोलने के अधिकार को कैसे रोका जा सकता है। यह उसका फंडामेंटल राइट है। पार्षदों के साथ आने वाले सभी लोगों का एग्जामिनेशन नहीं किया जाता है। क्योंकि मौका सामूहिक इफ्तार और भाईचारे का था।
फिजूल की बातें करने की आदत है BJP को – ममता भूपेश
मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि BJP के लोगों को फिजूल की बातें करने की आदत है। BJP हर चीज का राजनीतिकरण कर रही है। CM की इफ्तार पार्टी में आम आदमी आए थे। उसमें कोई व्यक्ति किस रूप में आया, वह आरोपी है या नहीं है। अगर वह आम लोगों के बीच खड़ा है। हमारे साथ फोटो खिंचवा रहा है तो कोई आईडेंटिफाई थोड़े ही हो रहा है। कौन आदमी किस रूप में खड़ा हो गया। हमें थोड़े ही पता रहता है। हम सार्वजनिक जीवन में है। बहुत से लोग मिलते हैं और फोटो खिंचवाते हैं। किसी का पहले से पता नहीं रहता है कौन क्या है?
करौली हिंसा के आरोपियों को बचाने की कवायद – पूनिया
BJP प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी गहलोत और कांग्रेस सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूनिया ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस का यह कैसा राज है। जिसमें PFI से प्यार है, बहुसंख्यक को दुत्कार है। मुख्यमंत्री निवास में इफ्तार करके दंगे के आरोपियों को बुलाकर दुलार करते हैं और करौली में आरोपियों को बचाने की कवायद की जा रही है। जबकि अलवर जिले में शिवमंदिर, गोशाला से उन्हें एतराज है। पूनिया ने कहा जिस तरह से पहले करौली हिंसा और अब अलवर के राजगढ़ में मंदिर तोड़ने का मामला सामने आया है। वह इस बात सबूत है कि प्रदेश कांग्रेस सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करती है।
अपराधियों को संरक्षण देने का प्रमाण
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भी ट्वीट कर कहा- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इफ्तार पार्टी में छबड़ा हिंसा के मुख्य आरोपी आसिफ हसाड़ी का शरीक होना राज्य सरकार के अपराधियों को संरक्षण देने का प्रमाण है। अपराधी इफ्तार पार्टी में शामिल होते हैं और इंटेलिजेंस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है। वाह सरकार वाह।