लखनऊ : सपा ने सोमवार को 159 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है। इसमें सपा प्रमुख अखिलेश सिंह यादव मैनपुरी की करहल सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। वहीं, सीतापुर जेल में बंद आजम खान को रामपुर से टिकट दिया गया है। आजम के बेटे अब्दुल्ला को स्वार सीट से सपा ने मैदान में उतारा है। अब्दुल्ला 10 दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आए हैं। इसके अलावा, भाजपा छोड़कर सपा में आए स्वामी प्रसाद मौर्या के बेटे उत्कृष्ट मौर्या को टिकट नहीं दिया गया है। वह ऊंचाहार सीट से टिकट मांग रहे थे। उनकी जगह सपा ने ऊंचाहार से मनोज पांडेय को मैदान में उतारा है।
सपा के 159 नामों की लिस्ट में ‘माई’ यानी मुस्लिम और यादवों के समीकरण को साधने का पूरा प्रयास किया गया है। पार्टी ने सूची में 30 मुस्लिमों और 12 यादवों को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी का फोकस गैर यादव ओबीसी पर ज्यादा नजर आ रहा है। इसके पीछे का तर्क यह बताया जा रहा है कि सपा अपने कोर वोट बैंक के अलावा ओबीसी की अन्य जातियों को अपने पाले में करती दिख रही है।
कैराना से नाहिद हसन को ही मैदान में उतारा
कैराना से पार्टी ने पलायन मामले में आरोपी रहे नाहिद हसन को ही मैदान में उतारा है। बताते चलें कि नाहिद हसन के जेल जाने के बाद उनकी बहन इकरा हसन के चुनाव लड़ने की चर्चाएं लगातार चल रही थी। सोमवार को सभी अटकलों पर विराम लग गया। कैराना विधानसभा क्षेत्र से नाहिद हसन ही समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा ने साधा निशाना
सपा की सूची जारी होते ही भाजपा ने निशाना साधा। भाजपा की ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई ने कहा कि दागी उम्मीदवारों को टिकट देकर अखिलेश की दंगा कराने की मंशा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश का पाकिस्तान प्रेम उछल-उछल कर सामने आ रहा है।