नई दिल्ली : यूक्रेन के खार्किव में 1 मार्च को गोलाबारी में मारे गए नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर का पार्थिव शरीर सोमवार तड़के तीन बजे बेंगलुरु पहुंच गया। बेटे का शव देखते ही पिता शंकरप्पा कॉफिन से लिपटकर बिलखकर रोने लगे। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें संभाला। इसके बाद शव को गांव ले जाया गया, जहां वीरा शैव परम्परा से शव का पूजन हुआ। शव अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है, इसके बाद उसे दावणगेरे के SS अस्पताल को मेडिकल स्टडीज के लिए दान किया जाएगा।
इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचकर नवीन को अंतिम श्रद्धांजलि दी। नवीन के पिता शंकरप्पा ने कहा- मेरा बेटा चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ हासिल करना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कम से कम उसके शरीर का उपयोग अन्य मेडिकल छात्र पढ़ाई के लिए कर सकते हैं। इसलिए, हमने चिकित्सा अनुसंधान के लिए अपने बेटे का शरीर दान करने का फैसला किया है।