जालंधर : कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की मीटिंग में दी गई पार्टी चीफ सोनिया गांधी की नसीहत अगले ही दिन बेअसर साबित हुई। रविवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने सोनिया गांधी को 13 मांगों को लेकर एक चिट्ठी लिखी। सिद्धू ने इस चिट्ठी को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर भी किया।
सिद्धू ने सोनिया गांधी को पत्र लिखने के बहाने CM चरणजीत चन्नी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने अनुसूचित जाति का मुख्यमंत्री बनाकर प्रगतिशील फैसला लिया। इसके बावजूद अनुसूचित जाति को सरकार में बराबर प्रतिनिधित्व नहीं मिला। यह बात इसलिए अहम है क्योंकि कांग्रेस अनुसूचित जाति का CM बनाने के मुद्दे को लेकर अगले चुनाव में जाने वाली है। ऐसे में सिद्धू का यह बयान कांग्रेस के लिए ही झटका साबित हो सकता है। इस चिट्ठी के बाद इस्तीफा वापस लेने वाले सिद्धू के सरकार के खिलाफ बागी तेवर बरकरार नजर आ रहे हैं।
दबाव बनाने का नया फॉर्मूला
सीधे टकराव के बाद अब नवजोत सिद्धू ने पंजाब सरकार पर दबाव बनाने के लिए नया फॉर्मूला निकाला है। सिद्धू ने सोनिया को पत्र लिखकर 13 मुद्दे उठाए हैं। जिसमें सोनिया से अपील की गई है कि वह पंजाब सरकार को इस बारे में निर्देश दें कि इन मुद्दों को हल किया जाए। सिद्धू पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटवाने के बाद सरकार पर दबाव बनाकर सुपर सीएम बनने की कोशिश में लगे हुए हैं। इसी वजह से अब उन्होंने हाईकमान के जरिए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर दबाव बनाने की कोशिश की है।
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 17, 2021
सिद्धू ने इशारों में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को यह भी स्पष्ट किया है कि अगर उनके उठाए मुद्दों पर कार्रवाई नहीं हुई तो अगले चुनाव में कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। इसके अलावा सिद्धू ने पिछले विधानसभा चुनाव में अपने प्रचार की बदौलत कई सीटों पर जीत का भी दावा किया है। सिद्धू ने कहा कि उन्होंने 2017 में 55 विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार किया था, जिनमें से 53 पर कांग्रेस की जीत हुई।
बेअदबी और गोली कांड में इंसाफ मिले, नशे के तस्कर गिरफ्तार हों
नवजोत सिद्धू ने सबसे पहले श्रीगुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और उनसे जुड़े गोली कांड में इंसाफ की मांग उठाई है। इसके अलावा नशे का मुद्दा उठाते हुए कहा कि स्पेशल टास्क फोर्स की रिपोर्ट में नशे के जिन तस्करों के नाम हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। विवादित कृषि सुधार कानून लागू न करने की घोषणा हो, SYL जैसा स्टैंड ले पंजाब सरकार सिद्धू ने कहा कि पंजाब सरकार को तुरंत विवादित कृषि सुधार कानूनों को पंजाब में लागू न करने की घोषणा करनी चाहिए और इन्हें पूरी तरह से रद्द करना चाहिए। सिद्धू ने कहा कि इसके लिए सतलुज यमुना लिंक (SYL) नहर जैसे फैसले की जरूरत है।
पिछड़ी जातियों को नहीं मिला सही प्रतिनिधित्व
अनुसूचित और पिछड़ी जातियों की भलाई के मुद्दे पर सिद्धू ने सीधे सीएम चरणजीत चन्नी पर ही हमला बोल दिया। सिद्धू ने कहा कि मंत्रिमंडल में कम से कम एक मजबी सिख, दोआबे से अनुसूचित जाति का एक प्रतिनिधि और पिछड़ी जाति भाईचारे से कम से कम 2 प्रतिनिधि मंत्रिमंडल में होने चाहिए थे। इसके अलावा रिजर्व विधानसभा क्षेत्रों के विकास के लिए 25 करोड़ का विशेष पैकेज देना चाहिए। वहीं अनुसूचित जाति के परिवारों को 5 मरले का प्लांट, हर अनुसूचित जाति के परिवार के लिए पक्की छत की रकम और वजीफा आदि जैसे वादे भी हमें पूरे करने चाहिए।
खाली पड़े सरकारी पद भरे सरकार
सिद्धू ने कहा कि पंजाब में खाली पड़ी सरकारी पदों को नियमित तौर पर भरना चाहिए। 20 से ज्यादा संगठन इस वक्त राज्य भर में विरोध कर रहे हैं। हमें हमदर्दी से उनकी मांगों को मानना चाहिए। मैं प्रदेश कांग्रेस को मिली हर अर्जी और मांग पत्र को संबंधित मंत्रालय को भेज रहा हूं। सरकार को वित्तीय साधनों को देखते हुए इस बारे में विचार-विमर्श के लिए रास्ते खुले रखने चाहिए। सिद्धू ने कहा कि उद्योग और कारोबार के लिए पंजाब सरकार को सिंगल विंडो सिस्टम बनाना चाहिए।