नई दिल्ली: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने आज शाम साढ़े चार बजे अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को सौंप दिया है। इस्तीफे देने के बाद बिप्लब ने कहा कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी करनी है। उन्होंने शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने पद छोड़ दिया। लेकिन, सूत्रों का कहना है कि शाह ने मुलाकात में यह साफ कर दिया था कि वे चुनाव में नए चेहरे के साथ उतरना चाहते हैं। थोड़ी देर में बीजेपी विधायक दल की बैठक होने वाली है जिसमें नए सीएम को लेकर चर्चा होगी। वहीं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को त्रिपुरा में पर्यवेक्षक बनाया गया है।
बिप्लब देब के इस्तीफे के साथ ही राज्य में नए सीएम के चेहरे को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे हैं त्रिपुरा भाजपा अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद माणिक साहा। इसके अलावा डिप्टी सीएम जिश्नु देव देब बर्मन का नाम भी चर्चा में है। त्रिपुरा में फरवरी 2023 में चुनाव होने हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अगर साहा नए सीएम बनते हैं तो बिप्लब देब को राज्यसभा भेजा जा सकता है।
पार्टी सबसे ऊपर और मैं निष्ठावान कार्यकर्ता-बिप्लब
CM पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद मीडिया के सामने आए बिप्लब ने कहा कि पार्टी सर्वोपरि है और मैं एक निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। हाईकमान ने मुझ पर भरोसा जताया था और अब इस्तीफा देने के लिए कहा है इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया। इस बारे में मैंने पीएम मोदी और अमित शाह से बात कर ली है। उन्होंने कहा कि अभी चुनाव में देरी है। अब मैं पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करूंगा।”