नई दिल्ली : यूक्रेन युद्ध के कारण अमेरिका और पश्चिमी देशों की पाबंदियों से जूझ रहा रूस क्रूड ऑयल के लिए नए ग्राहक तलाश रहा है। वहीं, अपनी सहूलियत और जरूरत के हिसाब से भारत ऐसे करार की ओर बढ़ रहा है जिससे न केवल महंगे क्रूड के बोझ से राहत मिले बल्कि रुपए की कीमत भी बढ़े। इन सब वजहों से भारत रूस की क्रूड डील लेने के करीब है।
रूसी क्रूड डील में खास बात यह है कि तेल का भुगतान डॉलर की जगह भारतीय रुपए और रूसी रूबल में किया जाएगा। वहीं, क्रूड ऑयल को भारतीय पोर्ट तक भेजने में शिपिंग और इंश्योरेंस की जिम्मेदारी भी रूस उठाएगा। इसका मतलब यह है कि भारत को दो तरफा फायदा होगा। इस अहम डील के बारे में आगे बढ़ने से पहले आप इस पोल में हिस्सा लेकर अपनी राय दे सकते हैं…
इंडियन ऑयल ने 30 लाख बैरल क्रूड खरीदा
देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल ने रूस से 30 लाख बैरल क्रूड की खरीदी रियायती कीमतों पर की है। सूत्रों ने बताया कि एक ट्रेडर के माध्यम से 20-25 डॉलर की छूट पर ब्रेंट क्रूड का सौदा हुआ है।
रूस और यूक्रेन युद्ध विराम के करीब
युद्ध के 21वें दिन रूस और यूक्रेन में समझौते के संकेत मिले हैं। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, यूक्रेन के तटस्थ दर्जे पर विचार कर रहे हैं। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वाेल्दोमिर जेलेंक्सी ने कहा, अब रूस से ‘असल’ बात हो रही है।