नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन में सीजफायर के बाद भी तनाव बरकरार है। रूसी सेना जमीन के साथ साथ समुद्र में भी यूक्रेन की घेराबंदी कर रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर डिप्लोमैट्स की बातचीत डीरेल होती है तो यूक्रेन की पूर्वी बॉर्डर पर युद्ध शुरू हो सकता है। संभावित रूसी हमले के खतरे को देखते हुए यूक्रेन के आम लोगों ने भी कमर कस ली है। आम लोग अपनी मर्जी से सेना के साथ मिलकर नकली बंदूकों के जरिए किसी भी खतरे का सामना करने के लिए सैन्य अभ्यास कर रहे हैं।
लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए होर्डिंग्स लगाए गए
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन के कई शहरों में प्रादेशिक रक्षा बलों ने सैन्य अभ्यास में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए होर्डिंग्स लगाए हैं। इन होर्डिंग्स पर लिखा है, “जानिए कि आज अपने घर की रक्षा कैसे करें।”
प्रादेशिक रक्षा बलों की स्थापना देश 2014 में रूस के क्रीमिया पर कब्जे के बाद की गई थी। इस अभ्यास में आम लोगों को हमले की छापामार तकनीक के साथ बन्दूक चलाने की मूल बातें बताई जा रही हैं।
कभी भाई भाई थे रूस और यूक्रेन
सेना के साथ मिलिट्री एक्सरसाइज में हिस्सा लेने वाले व्लास होन्चारुक कहते हैं कि पुतिन को उनकी आक्रामक सैन्य रणनीति के लिए धन्यवाद है, क्योंकि 1991 में सोवियत संघ से आजादी के बाद भी यूक्रेन की इतनी अलग और मजबूत पहचान नहीं थी, लेकिन अब एक सच्चे यूक्रेनी राष्ट्र का निर्माण किया जा रहा है।