शहीदों के परिवारों और कोरोनावारियर्स के लिए शिक्षा मंच का शुभारम्भ, एक लाख टैबलेट-पीसी निशुल्क दिए जाएंगे

शिक्षा मंच

नई दिल्ली : फर्स्ट इन क्लास एडुटेक प्लेटफॉर्म ने भारत सहित दुनियाभर में शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी निशुल्क पहल करने के लिए रोटरी इंडिया लिटरेसीमिशन (आरआईएलएम) के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए है। जिसके तहत एक लाख टैबलेट-पीसी निशुल्क वितरित किए जाएंगे। सभी टैबलेट पूरी तरह कार्यात्मक ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के साथ लोड किए जाएंगे, जिन्हें फर्स्ट इन क्लास नि:शुल्क वितरित करेगी। यह आयोजन भारत की आजादी के 75वें वर्ष पर आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर किया जा रहा है। फर्स्ट इन क्लास सीबीएसई-एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की तर्ज पर 12वीं कक्षा तक की उच्चगुणवत्ता वाली संग्रहित सामग्री प्रदान करेगा।

यह सामग्री हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, कन्नड़, बांग्ला, पंजाबी और 6 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगी ताकि समावेश, पहुंच और मातृभाषा सीखने में सुविधा हो सके। 10,000 घंटे से अधिक की आडियो-विजुअल और ग्राफिकल इंटरफेस सामग्री पाठ्यक्रम पुस्तकालयों का हिस्सा होगी।इसे इंटर एक्टिव टेस्टिंग और असेसमेंट मोड्यूल्स से जोड़ा जाएगा। कोर्स वर्क को लाइव-टीचिंग के साथ सुगम बनाया जाएगा। माता-पिता के लिए अपने बच्चों की प्रगति को ट्रैक करने के लिए एक विशेष निरंतर समीक्षा डेक एक उपयोगकर्ता-इंटरफेस आदि भी उपलब्ध होगा।
फर्स्ट इन क्लास प्लेटफॉर्म के माध्यम से सांस्कृतिक शिक्षा, भाषा सीखना, भाषाई प्रशिक्षण और आध्यात्मिक शिक्षण मॉड्यूल भी उपलब्ध होंगे।

उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश परीक्षा मॉड्यूल और यूपीएससी, कानून और इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता भी तैयार किए गए हैं।आरआईएलएम के अध्यक्ष कमल सांघवी और आईटीवी नेटवर्क के संस्थापक कार्तिकेय शर्मा के बीच आज एक वर्चुअल समारोह में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। सरकार डिजिटल पढ़ाई को बढ़ावा देना चाहतीहै। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आरआईएलएम और एनसीईआरटी में एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं जिसके तहत ई-लर्निंग कंटेंट मुहैया कराया जाएगा। इस साल वोकेशनल ट्रेनिंग प्राथमिकता होगी।

फर्स्ट इन क्लास आरआईएलएम के साथ मिलकर वोकेशनल शिक्षा का कंटेंट मुहैया कराएगी। इस बारे में आरआईएलएम के अध्यक्ष कमल सांघवी ने यह जानकारी दी। आईटीवी नेटवर्क के संस्थापक कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि यहपाठ्यक्रम देश के जाने-माने शिक्षाविदों नेतैयार किया है।इसके लिए सीबीएसई और एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को ध्यान में रखा गया है। इसे हिंदी और अंग्रेजी सहित कई क्षेत्रीय भाषाओं में तैयार करके अपनी मातृभाषा को भी अच्छे से सीख सकते हैं। यह शिक्षाविदों की बरसों की कड़ी मेहनत आधुनिकतम तकनीक के साथ मुहैया कराई गई है जिससे छात्रों को व्यापक तौर पर सीखने का मौका मिल सके।

सीखने और समझने के लिए मिले समान अवसर

फर्स्ट इन क्लास का विज़न ही यही है कि हर बच्चे को सीखने और समझने के लिए समान अवसर मिल सकें। इस बारे में आरआईएलएम के अध्यक्ष कमल सांघवी ने कहा कि सरकार डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने की इच्छुक है। आरआईएलएम पहले से ही ई-लर्निंग सामग्री प्रदान करने के लिए एनसीईआरटी के साथ एक एमओयू तक कर चुकी है। इस नए साल में व्यावसायिक प्रशिक्षण में सार्वजनिक प्राथमिकता के अनुरूप, आरआईएलएम फर्स्ट इन क्लास के साथ मिलकर उच्च कक्षाओं के लिए वोकेशनल शिक्षा महैया कराएगी।

फर्स्ट इन क्लास की संस्थापक एश्वर्या शर्मा ने कहा कि हर बच्चे का अपना महत्व है और उसे सीखने और समझने के लिए समान अवसर मिलने चाहिए। हमारा पाठ्यक्रम नई डिजिटल लर्निंग टैक्नीक की रिसर्च पर आधारित है।हमारे बेहद अनुभवी अध्यापक छात्रों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के लिए सावधानीपूर्वक इसको तैयार करते हैं। हमारा यानी फर्स्ट इन क्लास का मानना है कि हमारा शहीदों, सशस्त्र सैनिकों और कोरोनावॉरियर्स के प्रति कर्तव्य है कि हम उनके परिवारों के उज्जवल भविष्य के बारे में मददगार साबित हो सकें।

छात्रों के विकास के लिए साबित होगी मील का पत्थर

रोटरी इंटरनेशनल के अध्यक्ष शेखर मेहता और वरिष्ठ रोटेरियन ए.एस. वेंकटेश, विवेक तन्खा और डॉ. महेश कोट बागी एमओयू पर हस्ताक्षर के समय मौजूद थे। रोटरी इंटरनेशनल के अध्यक्ष शेखर मेहता ने कहा कि आज़ादी के 75 वें वर्ष में हम अपने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंंने देश के लिए अपने प्राणों की आहूति दी। हम भारत में ई-लर्निंग पर 10 वर्षों से काम कर रहे हैं और हमने इन बच्चों के लिए विश्वस्तरीय ऑडियो-विजुअल सामग्री तैयार की है। हज़ारों स्कूलों के साथ जुड़ने की हमारी कोशिश है।

सांसद और रोटेरियन विवेक तन्खा ने कहा, आज जो किया जा रहा है, दुनिया उसे याद रखेगी। यह समझौता ज्ञापन रोटरी और कॉरपोरेट जगत को यह बताने का एक संगठित प्रयास है कि हम एक लाख योग्य बच्चों को शिक्षित करने के लिए तैयार हैं। आईआईटीएम और आईआईएमए के पूर्व छात्र वंरोटरी इंटरनेशनल के निदेशक ए.एस. वेंकटेश ने कहा कि इन दो संस्थाओं की जुगलबंदी छात्रों के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी। रोटरी इंटरनेशनल के निदेशक डॉ. महेश कोट बागी ने कहा कि शहीदों के बच्चों के लिए निशुल्क ई-लर्निंग की सुविधाओं से हमारा दर्शन उजागर होता है।

फर्स्ट इन क्लास भारत में तेज़ी से उभरता शिक्षा का एक ऐसा संस्थान है जहां एक समृद्ध विषय वस्तु उपलब्ध होती है। यह संस्थान भारतीय जनमानस को शिक्षा से जुड़े समाधान मुहैया कराता है। साथ ही यह देश-विदेश के शिक्षाविदों की बरसों की रिसर्च, आधुनिकम प्रौद्योगिकी और अध्यापन के क्षेत्र की तकनीकों को भी सबके सामने रखता है। आरआईएलएम एक अच्छे अध्यापन के साथ सम्पूर्ण साक्षरता और स्तरीय शिक्षा के सिद्धांत पर चलता है। टीचर सपोर्ट, ई-लर्निंग, प्रौढ़ शिक्षा, बाल विकास और हैप्पी स्कूल की अवधारणा इस अध्यापन के अंतर्गत आती है। यह अच्छे अध्यापकों की पहचान करने, उन्हें ट्रेनिंग देने, सरकारी और सरकारी मदद वाले स्कूलों और देशभर में ई-लर्निंग केंद्रों को बढ़ावा देते हैं। रोटेरियंस सदस्यों की इसमें बड़ी भागीदारी होती है।

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