नई दिल्ली। एयरटेल के बाद Vi (वोडाफोन-आइडिया) कंपनी ने भी अपने प्रीपेड प्लान को महंगा कर दिया है। दोनों ही कम्पनियों ने नई कीमतें भी लगभग एक जैसी रखी हैं। अब इन दोनों कंपनियों के ग्राहकों को रिचार्ज के लिए 20 प्रतिशत तक ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। आसान शब्दों में कहें तो सबसे सस्ते प्लान के लिए 20 रुपए और महंगे प्लान के लिए 500 रुपए ज्यादा खर्च करने होंगे। अब केवल इन दोनों से जियो का प्लान ही सबसे सस्ता बचा है।
जियो का अगला कदम क्या होगा। बाजार में उपभोक्ताओं की नजर उसी पर टिकी हैं। Vi की नई कीमतें 25 नवंबर से और एयरटेल की 26 नवंबर से लागू हो जाएंगी। देश में कुल 106 करोड़ 4जी यूजर्स हैं। जिसमें से 62 करोड़ यूजर्स वीआई और एयरटेल के पास हैं। यानी देश के 58.5 प्रतिशत यूजर्स नई कीमतों से प्रभावित होने वाले हैं।
कर्ज से उबरने की कोशिश
भारतीय एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के ऊपर अरबों रुपए का कर्ज है। एयरटेल के पास 35 करोड़ और Vi के पास 27 करोड़ यूजर्स हैं। यूजर्स का प्रतिशत बढ़ता और घटता रहता है। एयरटेल पर मार्च 2021 तक 93.40 हजार करोड़ रुपए का कर्ज था। वहीं, वोडाफोन आइडिया पर जून तिमाही तक 1.90 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था। इन कर्ज में एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू समेत दूसरे कर्ज शामिल हैं। एजीआर मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को बकाया चुकाने के लिए 10 साल का समय दिया है।
एयरटेल ने अक्टूबर में राइट्स इश्यू के जरिए 21 हजार करोड़ रुपए जुटाए हैं। वहीं वोडाफोन पिछले साल से 20 हजार करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है, लेकिन अभी तक उसे इन्वेस्टर नहीं मिले है। दरें बढ़ाने का एक कारण यह भी है कि टेलीकॉम कंपनियां एवरेज रेवेन्यू पर यूजर को बढ़ाना चाहती हैं, ताकि तंगी से निपटने में मदद मिले।
जियो अभी भी सबसे सस्ता
तीनों कंपनियों के प्रीपेड प्लान की तुलना की जाए तो रिलायंस जियो सबसे बेहतर है। 25 नवंबर के बाद Vi इंडिया और भारती एयरटेल के प्लान लगभग एक जैसे हो जाएंगे। सबसे सस्ते प्लान में एयरटेल और वीआई की तुलना में जियो 24 रुपए सस्ता है। वहीं, सालाना वैलिडिटी वाले प्लान से जियो दोनों कंपनियों से 500 से 600 रुपए सस्ता है।