नई दिल्ली। महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। अन्य राज्यों से महाराष्ट्र में ऑक्सीन की आपूर्ति को लेकर सहमति भी बन गई है। छत्तीसगढ़ के भिलाई प्लांट से 100 मिट्रिक टन ऑक्सीजन विदर्भ रीजन को स्पालाई किया जाएगा। वहीं गुजरात के जामनगर से भी करीब 100 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई महाराष्ट्र में होगी। सरकार का अनुमान है कि अगले एक हफ्ते में राज्य में 1500 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत होगी। बता दें कि इस समय महाराष्ट्र में 1200 मिट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध है। जिसमें से फिलहाल 960 मिट्रिक टन का इस्तेमाल कोरोना मरीजों के लिए किया जा रहा है।
एक्टिव हुई केंद्र सरकार
रिपोर्ट की माने तो ऑक्सीजन की इस कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि स्टील प्लांट्स और तेल रिफाइनरी उद्योग ऑक्सीजन की सप्लाई पूरे करने के लिए आगे आएं। सरकार की कोशिश है कि इन उद्योगों का उत्पादन प्रभावित किए बिना कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन का इस्तेमाल हो सके।
सीएम ठाकरे ने लगाई थी गुहार
मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर गहरी चिंता जताई थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऑक्सीजन को लेकर अपील की थी और कहा था कि कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई कम पड़ रही है। इसके लिए वायुसेना की मदद ली जाए। उद्धव ठाकरे ने कहा था, ‘पीएम मोदीजी हमें आज की परिस्थिति में ऑक्सीजन की जरूरत होगी। दूसरे राज्यो से ऑक्सीजन महाराष्ट्र में लाने की इजाजत चाहिए। बहुत दूर राज्यों से ऑक्सीजन आने में समय लगेगा। अगर एयरफोर्स की मदद से ऑक्सीजन आ सकता है तो उसकी इजाजत दे।