नई दिल्ली : वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियन मैरी कॉम का आखिरी बार कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लेने का सपना पूरा नहीं हो सकेगा। पैर में चोट की वजह से उन्हें शुक्रवार को ट्रायल के बीच से हटना पड़ा। मैरीकॉम 48 किलोग्राम के सेमीफाइनल के पहले दौर में चोटिल हो गईं। उनके हटने के बाद हरियाणा की नीतू को विजेता घोषित किया गया।
छह बार की विश्व चैंपियन मैरी कॉम के हटने से हरियाणा की नीतू को फायदा हुआ। वो दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रायल के फाइनल में पहुंच गईं। मैरी कॉम पिछली बार राष्ट्रमंडल खेलों (2018) में स्वर्ण पदक जीती थीं। वो ट्रायल मैच के पहले दौर में चोटिल होकर रिंग में गिर गईं।
39 साल की इस मुक्केबाज ने चोटिल होने के बावजूद लड़ने की हिम्मत दिखाई, लेकिन कुछ देर में उनका संतुलन बिगड़ गया और वो बाएं पैर में दर्द के कारण बैठ गईं। मैरी कॉम को रिंग से बाहर जाना पड़ा। इस कारण रेफरी ने नीतू को विजेता घोषित कर दिया। मैरी कॉम ने राष्ट्रमंडल खेलों पर ध्यान देने के लिए विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों से अपना नाम वापस ले लिया था।