जयपुर: जयपुर घराने के नामवर जबड़ा परिवार के युवा नर्तक चेतन जबड़ा के कथक नृत्य में शुद्ध नृत्य के साथ साथ घराने की लटक भी देखने को मिली। उन्होंने नृत्य की शुरुआत मानसिंह की प्रसिद्ध रचना रंगीला शंभु गोरां ले पधारो प्यारा पावणा पर पारंपरिक कथक की बारीकियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। नेट-थियेट के राजेंद्र शर्मा राजू ने बताया कि चेतन ने जयपुर कथक घराने का शुद्ध कथक जिसमें आमद, परण, तिहाई ,चक्करदार बंदिशों से जयपुर कथक की तकनीक को दर्शाया। कथक नृत्य में चेतन की उपज भी ऑनलाइन देख रहे दर्शकों ने बेहद सराहना की।
कार्यक्रम में हारमोनियम और गायन पर रमेश मेवाल ने अपने सुरीले गायन से कथक को परवान चढाया, पढ़ंत और पखावज पर भवदीय जबड़ा ने समां बांधा, तबले पर मुजफ्फर रहमान की उंगलियो का ऐसा जादू चला कि लोग वाह-वाह कर उठे। इन तीनो संगतकारों की जुगलबंदी से जयपुर घराने का कथक खुब खिला। संचालन मनोज स्वामी ने किया। संगीत विष्णु कुमार जांगिड, प्रकाश एवं दृश्य सज्जा मुकेश कुमार सैनी, अर्जुन देव, सौरभ कुमावत, अजय शर्मा, जीवितेश शर्मा, अंकित शर्मा नोनू,, जितेन्द्र शर्मा, अंकित जांगिड रहे।

