जयपुर। भाजपा में चल रहे अंतर्कलह का लावा अब फूटता नजर आ रहा हैं। वसुंधरा समर्थकों की ओर से अलग राग अलापने को गंभीरता से लेते हुए आज प्रदेश संगठन ने पूर्व मंत्री डॉ. रोहिताश्व कुमार को कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया। नोटिस का आधार एक जून को अलवर उत्तर की हुई बैठक और बैठक के बाहर दिए बयानों को बनाया गया हैं।
भाजपा प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से जारी इस कारण बताओं नोटिस मेंं साफ कहा गया है कि 15 दिन के भीतर आपका उत्तर नहीं मिला तो अनुशासनात्मक कार्रवाई कर आपके मामले को अनुशासन समिति को भेज दिया जाएगा। माना जा रहा है कि दो दिन पूर्व राजस्थान प्रभारी अरूणसिंह ने जो अनुशासनात्मक कार्र्रवाई के संकेत दिए थे उसी कड़ी में ये नोटिस आया हैँ। नोटिस की भाषा को देख लगता है कि संगठन पार्टी विरोधी बयानबाजी करने वालों से सख्ती के साथ निपटने के मूड में है।
यह नोटिस की शुरुआत बताई जा रही है। आने वाले दिनों में पार्टी के उन नेताओं को भी नोटिस जारी किए जा सकते है जो बयानवीर बने हुए हैँ। उधर रोहिताश शर्मा बोले- मुझ जैसे निष्ठावान कार्यकर्ता को नोटिस देना विनाशकाले विपरीत बुद्धि, हम राजे के अनुयायी हैं। नोटिस में मुझ पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।
बीजेपी मेरी मां है। मैं मां के खिलाफ कैसे बोल सकता हूं। नरेंद्र मोदी विश्व के नेता हैं। वसुंधरा राजे ने जो काम किए हैं उतने किसी ने नहीं किए। हम वसुंधरा राजे के अनुयायी हैं। वसुंधरा राजे के अच्छे कामों की मैंने प्रशंसा की है। अगर वसुंधरा राजे की तारीफ करने से ही किसी को चिढ़ है तो वह हम जरूर करेंगे। मेरे मन में दीनदयाल उपाध्याय बसते हैं। इनके कागजों से कोई बेटे से अपनी मां को दूर थोड़े ही कर सकता है। मुझे भैरो सिंह शेखावत बीजेपी में लाए थे।