चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने दिए पद छोड़ने के संकेत, बोले- ‘मंत्री रहना मेरे लिए जरूरी नहीं है, मेरी प्राथमिकता संगठन है’

जयपुर : गुजरात कांग्रेस का प्रभारी बनाए जाने के बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भविष्य में मंत्री पद से हटने के संकेत दिए हैं। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का क्षेत्राधिकार है। सत्ता हमारे पास है तो मंत्री रहना मेरे लिए जरूरी भी नहीं है। मेरी पहली प्राथमिकता संगठन है और संगठन में काम करूंगा। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा गुजरात रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं। पार्टी आलाकमान जो आदेश देगा, उस आदेश का पालन करूंगा। हम पार्टी में काम करने के लिए आए हैं।

जिंदगी संगठन को मजबूत बनाने में निकली

रघु शर्मा ने कहा कि पार्टी जो भी हुक्म देगी, वह काम करेंगे। जब तक यह विभाग है, काम करूंगा। जिस दिन हटा देंगे, उस दिन संगठन में काम करूंगा। मैं संगठन का आदमी हूं, मेरी सारी जिंदगी संगठन को मजबूत बनाने में निकली है। शर्मा के इस बयान को गहलोत सरकार के बहुप्रतिक्षित मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देखा जा रहा है। पहले ही संभावना जताई जा रही थी कि कई मंत्रियों को संगठन में एडजस्ट किया जा सकता है। शर्मा के बयान के बाद इस बात को बल मिला है। रघु शर्मा ने सवाल उठाया कि गुजरात में ऐसी क्या बात हो गई कि भाजपा को पूरी सरकार का चेहरा बदलना पड़ा। गुजरात में अब तो विकास है ही नहीं। भाजपा के लोग व​हां निकम्मे साबित हुए। वहां कोई परफॉर्मेंस ही नहीं है।

बीजेपी भरोसे लायक पार्टी नहीं

चिकत्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि बीजेपी ने गुजरात में संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार कर 18 कांग्रेस विधायकों को तोड़ा। ये 18 विधायक भी बाद में धराशायी हो गए। बीजेपी ने कांग्रेस से गए 18 विधायकों को भी कुछ ही समय बाद उनकी औकात दिखा दी। बीजेपी भरोसे लायक पार्टी नहीं है। 18 विधायकों में से कुछ को पहले सरकार में शामिल किया। कुछ ही समय बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।

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