नई दिल्ली : तालिबान ने कल अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एंट्री मारी। राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए। हालांकि ताजिकिस्तान ने उनकी फ्लाइट की लैंडिंग की इजाजत नहीं दी। इसके बाद से अशरफ गनी ओमान में हैं। वे यहां से अमेरिका जा सकते हैं। अफगानिस्तान के सुरक्षा सलाहकार मोहिब भी ओमान में गनी के साथ हैं।
इससे पहले, अशरफ गनी ने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान को खून-खराबे से बचने के लिए देश छोड़ दिया। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और राष्ट्रीय सुलह के लिए उच्च परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला एक समावेशी सरकार के लिए तालिबान के साथ बातचीत करने का प्रयास कर रहे हैं। यह देखना होगा कि तालिबान कैसी प्रतिक्रिया देता है। आपको बता दें कि अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ताजिकिस्तान जाने से पहले पंजशीर में थे।
पिछले कुछ दिनों में, तालिबान लड़ाकों ने कंधार, हेरात, मजार-ए-शरीफ और जलालाबाद जैसे शहरों सहित 34 प्रांतीय राजधानियों में से लगभग 25 पर कब्जा करते हुए देश के अधिकांश हिस्सों में घुसपैठ कर ली है। रविवार को तालिबान ने पूरे देश पर कब्जा कर लिया है।