जयपुर : नकल माफिया और गुरूकुल यूनिवर्सिटी फर्जीवाड़े को लेकर बहरोड़ विधायक बलजीत यादव ने सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। इसके विरोध में वे शुक्रवार को काले कपड़े पहनकर सीधे जयपुर के सेंट्रल पार्क के ट्रैक पर दौड़ने के लिए उतर गए। दोपहर 2 बजे तक विधायक सेंट्रल पार्क के 7 चक्कर लगाने के साथ कुल 35 किलोमीटर का दौड़ लगा चुके हैं। इनकी हेल्थ को देखते हुए सेंट्र्ल पार्क के हर गेट पर एंबुलेंस तैनात की गई है। यादव ने कहा कि वे सरकार का विरोध करने के लिए 12 घंटे तक दौड़ेंगे। विरोध के इस अनोखे तरीके को देखते हुए बड़ी संख्या में विधायक समर्थक भी सेंट्रल पार्क में मौजूद हैं। सरकार को जब उनके फैसले की जानकारी मिली तो जलदाय मंत्री महेश जोशी उन्हें मनाने के लिए सेंट्रल पार्क पहुंचे, लेकिन यादव ने किसी की नहीं सुनी।

सेंट्रल पार्क में दौड़ने से पूर्व बलजीत यादव ने फेसबुक पर लाइव करते हुए कहा कि वह सरकार के सामने रोष प्रकट कर रहे हैं। दम घुटता है जब लोग इस तरह से निर्लज्जता रख रहे हैं। उसके प्रति रोष तो प्रकट कर ही सकता हूं, इसलिए स्वयं को कष्ट देकर सरकार को बताना चाहते हैं कि प्रदेश का युवा कितना पीड़ित है। प्रदेश सरकार नौकरी दे नहीं रही है तो ये युवा बेरोजगार कहां जाएंगे? राजस्थान के युवा की नौकरी पर डाका क्यों डाला जा रहा है? इस दौरान वो सोशल मीडिया पर लाइव आकर रो पड़े। रोते हुए बोले- जनता लाचार है। वह इन गुंडों से नहीं लड़ सकते, इसलिए मुझे मेरा गुस्सा जाहिर करना है।
सरकार आंखों देखी मक्खी कैसे निगल रही है?
उन्होंने कहा कि कुलपति बिना बिल्डिंग के बने रिपोर्ट बनाकर सरकार को बता रहे हैं कि बिल्डिंग बन चुकी है, जबकि धरातल पर खाली जमीन हैं। सरकार आंखों देखी मक्खी कैसे निगल रही है। सरकार उस यूनिवर्सिटी को मान्यता भी दे रही है। पता चलने पर बिल वापस ले लिया गया। सरकार ने माना भी कि बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है, लेकिन उसके बाद भी किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन सभी लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी होगी।

MLA यादव को रोकने के लिए महेश जोशी ट्रैक पर बैठे
विधायक बलजीत यादव के 24 घंटे दौड़ने की खबर के बाद मंत्री महेश जोशी, बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ सहित कई एमएलए सेंट्रल पार्क पहुंचे। सेंट्रल पार्क में पहुंचे नेताओं ने विधायक को दौड़ने से रोका। महेश जोशी तो ट्रैक पर ही बैठ गए। विधायक बलजीत यादव ने जोशी से कहा कि उनका संकल्प लिया हुआ है। वह उसे पूरा कर के ही दम लेंगे। बीच में अपना संकल्प नहीं तोड़ने वाले। जिसके बाद बलजीत यादव दोबारा दौड़ना शुरू कर दिया।
