नई दिल्ली : राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक तथा नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा में सेना भर्ती नहीं होने से उत्पन्न स्थिति के संबंध में शून्यकाल के दौरान सरकार का ध्यान आकर्षित किया। सांसद बेनीवाल ने कहा कि नागौर व राजस्थान सहित पूरे देश में कोरोना के नाम पर सेना भर्ती रैली व परीक्षा पर सरकार ने रोक लगा रखी है। जिसमें प्रदेश के जोधपुर एआरओ, कोटा एआरओ और जयपुर जेडआरओ की सेना भर्ती भी समय पर नहीं हुई हैं। जबकि अलवर और झूंझूनूं सेना भर्ती कार्यालय की भर्ती तो पिछले दो साल से अधिक समय से नहीं हो पाई है। ऐसे में युवा ओवर एज हुए हैं, इसलिए युवाओं को उम्र में छूट देते हुए जल्द से जल्द सेना भर्ती रैली और परीक्षा करवाई जाए क्योंकि पिछले दो साल से सेना भर्तीयों पर रोक है।
इसलिए युवाओं की यह मांग है कि इस बार सेना भर्ती में वैकेंसी भी बढ़ाई जाए। क्योंकि राजस्थान में कई दूसरे राज्यों के मुकाबले कम वैकेंसी पर भर्ती की जाती है। जबकि इतिहास में कोई भी युद्ध उठाकर देखें तो शहीदों की सूची में राजस्थान के वीरों का नाम ऊपर ही मिलेगा। इसलिए युवाओं के हितों को देखते हुए इस बार सेना भर्ती में वैकेंसी बढ़ाई जाएं, ताकि युवाओं का सेना में जाने का सपना पूरा हो सके। वही सांसद बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान सहित देशभर में युवा आज सेना भर्ती की मांग को लेकर सड़कों पर आंदोलित है। प्रदेश में जगह-जगह धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं, आक्रोश रैलियां निकाली जा रही हैं, लेकिन फिर भी युवाओं की सेना भर्ती की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे पहले कि प्रदेश सहित देश का युवा किसान आंदोलन की तर्ज पर बड़े आंदोलन के लिए मजबूर हो, युवाओं की मांगों पर ध्यान देते हुए सेना भर्ती और परीक्षा जल्द से जल्द करवाई जाए।
