जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर ट्वीट किए है और कहा है कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (NIDM) ने सितंबर-अक्टूबर में भारत में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई है। देश में अभी भी प्रतिदिन 40,000 से अधिक मामले आ रहे हैं। देश में अभी भी एक बड़ी आबादी का टीकाकरण नहीं हुआ है इसलिए यह अधिक चिंता का विषय है।
गहलोत ने प्रदेशवासियों से कहा है कि तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए हम सभी को मुस्तैद रहना है। प्रदेश सरकार ने नए वैरिएंट्स के परीक्षण हेतु SMS हॉस्पिटल में जीनोम सीक्वेंसिंग लैब बनाई गई है। प्रदेश में 4 करोड़ से अधिक लोगों को कम से कम एक वैक्सीन डोज एवं 1 करोड़ से अधिक लोगों को दोनों डोज लगा दी गई हैं,पर कोविड वैक्सीन की कम उपलब्धता एवं कोरोना के नए वैरिएंट्स के कारण कोविड वैक्सीन की प्रभावशीलता में कमी होने से तीसरी लहर के आने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि पूरी सावधानी बरती जाए। भारत सरकार भी अन्य देशों से अनुभव साझा कर आगे की तैयारी करे।
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में अमेरिका के डिजीज कंट्रोल सेंटर (CDC) की जानकारी को भी साझा करते हुए कहा है कि कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से कोविड वैक्सीन की प्रभावशीलता में कमी आई है। कई शोध में पाया गया है कि कोरोना के नए वैरिएंट्स से वैक्सीन का प्रभाव कम हो रहा है। इसके कारण कई देशों में वैक्सीन की बूस्टर डोज भी लगाई जा रही है।
कोविड वैक्सीन की कम उपलब्धता एवं कोरोना के नए वैरिएंट्स के कारण कोविड वैक्सीन की प्रभावशीलता में कमी होने से तीसरी लहर के आने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि पूरी सावधानी बरती जाए। भारत सरकार भी अन्य देशों से अनुभव साझा कर आगे की तैयारी करे।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 26, 2021