पटवारी परीक्षा में फ़ैल होने से डिप्रेशन में आ गया छात्र, मौत; सीएम के नाम लिखा लेटर

पटवारी परीक्षा में फ़ैल होने से डिप्रेशन में आ गया छात्र, मौत; सीएम के नाम लिखा लेटर

धाैलपुर: पटवारी भर्ती परीक्षा में पास नहीं होने से धाैलपुर का एक छात्र इतना डिप्रेशन में चला गया कि उसकी मौत हो गई। इससे पहले सरकारी नौकरी नहीं मिलने से तनाव में था। पटवारी के साथ ही आयुर्वेद कम्पाउंडर भर्ती परीक्षा की तैयारी भी कर रहा था। मौत से पहले उसने सीएम के नाम एक लेटर भी लिखा। इसमें पूर्व में भर्ती परीक्षाओं के लिए पूर्व सीएम समेत अन्य नेताओं को जिम्मेदार ठहराया।

मामला धौलपुर के सरमथुरा थाना क्षेत्र के नकटपुरा गांव का है। मृतक नमो नारायण (28) लड़का लंबे समय से धौलपुर में रहकर कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहा था। इस बार पटवारी भर्ती के लिए भी आवेदन किया था। बुधवार को रिजल्ट आया तो उसमें वह फैल हो गया। इसके बाद से युवक डिप्रेशन में चला गया और खाना-पीना छोड़ दिया। बुधवार को अचानक तबीयत खराब होने पर परिजनों को सूचना दी। परिजन उसे गांव ले आए, जहां उसकी मौत हो गई। बताया गया कि युवक के पिता किसान है और कर्ज लेकर उसे पढ़ा रहे थे। युवक एनआरएचएम परीक्षा की भी तैयारी कर रहा था। लेकिन कई दिनों से नौकरी नहीं लगने की वजह से वह डिप्रेशन में आ गया।

पिता ने कर्ज लेकर पढ़ाया

नमो नारायण को उसकी मौसी ने गोद ले रखा था। लेटर में मौसी का जिक्र करते हुए सीएम से आर्थिक सहायता देने की मांग की। मृतक के ताऊ रिटायर्ड प्रिंसिपल रामलखन ने बताया कि उसकी मौसी और मौसा की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। जिनके 4 बेटियां होने पर वे नमो नारायण को ही अपना बेटा मानते थे।

सीएम के नाम लिखा लेटर

नमो नारायण पहले भी कई एग्जाम दे चुका था। मरने से पहले नमो नारायण ने सीएम अशोक गहलोत के नाम लेटर भी लिखा। लेटर में लिखा था कि वसुंधरा राजे सरकार ने आयुर्वेदिक कंपाउंडर की 1460 भर्तियां निकाली थी।चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने भर्ती निकालने की कोशिश की, लेकिन वसुंधरा राजे ने उन भर्तियों को दबा दिया। अशोक गहलोत सरकार के दौरान दो बार में 400 और 704 भर्तियां निकाली गई। मौत से पहले लिखे गए पत्र में युवक ने मुख्यमंत्री गहलोत से अपने और मौसी के परिवार को आर्थिक सहायता देकर मदद करने की गुहार लगाई।

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