पायलट समर्थक हारे हुए उम्मीदवारों ने सरकार के खिलाफ फिर खोला मोर्चा

पायलट समर्थक हारे हुए उम्मीदवारों ने सरकार के खिलाफ फिर खोला मोर्चा

जयपुर: राजस्थान सरकार में एक बार फिर अशोक गहलोत और सचिन पायलट खेमे को लेकर राजनीतिक गलियारों में सरगर्मिया तेज हो गयी है। कांग्रेस में गहलोत समर्थक निर्दलीयों और बसपा से आने वाले विधायकों को ज्यादा तवज्जो मिलने का मुद्दा एक बार फिर गर्मा गया है। 13 निर्दलीयों और छह बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को मिलाकर कुल 19 सीटों के हारे हुए सचिन पायलट समर्थक उम्मीदवारों ने एकजुट होकर फिर अनदेखी का मुद्दा उठाया है। पायलट समर्थक हारे हुए उम्मीदवारों ने कल दिल्ली पहुंचकर प्रभारी अजय माकन से मिलने का समय मांगा लेकिन मुलाकात नहीं हुई।

कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर हार चुके पार्टी के कई नेता खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। इस संबंध में सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के बाद के ये नेता अब दिल्ली में डेरा जमाकर बैठ गए हैं। निर्दलीय विधायकों से नाराज 19 कांग्रेसी नेता अब आलाकमान से आर-पार की बात करने के मूड में हैं।

ये सभी नेता पिछले 2 दिन से लगातार AICC महासचिव और प्रदेश प्रभारी अजय माकन से मिलने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उन्हें अभी तक मिलने का समय नहीं दिया गया है। दिल्ली पहुंचे कांग्रेस नेताओं में शाहपुरा से चुनाव लड़ चुके मनीष यादव, खंडेला के सुभाष मील और बस्सी के दौलत सिंह शामिल हैं।

जिन कार्यकर्ताओं ने मेहनत की वे अनेदखी के शिकार

पायलट समर्थक नेता और शाहपुरा से कांग्रेस उम्मीदवार रहे मनीष यादव ने कहा, 2018 के चुनाव में जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए मेहनत की उनकी बात लेकर हम दिल्ली आए हैं। हमारा हाईकमान से इतना ही कहना है कि 2018 में हमें टिकट देकर कांग्रेस का चेहरा बनाकर जनता में भेजा गया लेकिन सरकार में तो अनेदखी हो ही रही है संगठन में भी लगातार हम अनेदखी के शिकार हैं। जिसने पार्टी के लिए काम किया उसका अलग थलग महसूस करना पार्टी के हित में नहीं है।

निर्दलीय भरपूर फायदा उठा रहे 

खंडेला से कांग्रेस प्रत्याशी रहे सुभाष मील ने कहा कि सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों ने खुली लूट मचा रखी है। सरकार को समर्थन देने का सभी निर्दलीय अपने-अपने क्षेत्रों में भरपूर फायदा उठा रहे हैं। हमने इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अवगत कराया था, लेकिन कांग्रेस के मूल कार्यकर्ताओं को अभी तक सत्ता और संगठन में वह मुकाम हासिल नहीं हो सका है जिसके वे हकदार हैं।

माकन ने नहीं दिया मिलने का समय

कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके पूर्व प्रत्याशी और कांग्रेस नेता अजय माकन से पिछले 2 दिन से दिल्ली में रहकर मिलने का समय मांग रहे हैं। लेकिन मुलाकात का दो बार समय देकर मीटिंग को टाल दिया गया। कांग्रेस प्रत्याशियो ने साफ कह दिया है कि वे अजय माकन से मुलाकात किए बिना वापस नहीं लौटेंगे।

पायलट खेमे के हारे हुए उम्मीदवारों में से तीन वापस जयपुर लौट गए हैं। मनीष यादव के साथ तीन नेता अभी भी दिल्ली ही हैं। कांग्रेस उम्मीदवार रहे रितेश बैरवा दो नेताओं के साथ जयपुर लौट गए।

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