नई दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव (Modi Cabinet Reshuffle) का काउंटडाउन शुरू हो गया है। मोदी कैबिनेट में अब सूत्रों के अनुसार कैबिनेट का विस्तार 8 जुलाई यानी गुरुवार को सुबह 10.30 बजे हो सकता। कई नेताओं को अब दिल्ली तलब किया गया है, जबकि केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को अब राज्यपाल बना दिया गया है। ऐसे में संकेत साफ है कि इस बार कई मंत्रियों को बदला जा सकता है और बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है।
क्यों हो रहा है इतना बड़ा बदलाव?
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल को दो साल पूरे होने जा रहे हैं, ऐसे में होने जा रहा ये बदलाव सबसे बड़ा माना जा रहा है। एक अहम कारण ये भी है कि कोरोना (Covid) की दूसरी लहर ने जिस तरह भारत में तबाही मचाई, उस दौरान केंद्र सरकार की छवि पर गहरी चोट पहुंची है। ऐसे में कैबिनेट विस्तार के जरिए काम को गति देने में और सभी समीकरणों को ठीक करने की ओर कदम बढ़ाया जा सकता है।
2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर भी अभी से रणनीति
सिर्फ इतना ही नहीं, कैबिनेट विस्तार के जरिए जातीय, क्षेत्रीय और दलीय समीकरण को भी देखा जाएगा। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में यहां पर बड़ा फोकस रहेगा। वहीं बिहार को भी तवज्जो मिल सकती है, क्योंकि यहां पर बीजेपी जेडीयू के साथ सत्ता में है ऐसे में बिहार से सहयोगी दल को मौका मिल सकता है। अगले साल होने वाले 5 विधानसभा चुनाव से लेकर 2024 के लोकसभा चुनावों को इस विस्तार से साधा जा सकता है।
20 से अधिक मंत्रियों को मिल सकता हैं मौका
कैबिनेट विस्तार का एक बड़ा कारण ये भी है कि मोदी सरकार में इस वक्त कई मंत्री ऐसे हैं, जिनके पास एक से अधिक मंत्रालय है। पीयूष गोयल, हरदीप पुरी समेत कई मंत्रियों का नाम इसमें शामिल है। ऐसे में अगर 20 से अधिक मंत्रियों को कैबिनेट विस्तार के जरिए मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है, तो अतिरिक्त प्रभार वाले मंत्रियों पर से बोझ भी कम होगा।
मंत्री बनने की लिस्ट में किसका नाम आगे?
राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी कैबिनेट में जगह मिलना लगभग तय हो गया है। इसके अलावा असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र में पार्टी के बड़े नेता नारायण राणे, बंगाल के बीजेपी लोकसभा सांसद शांतनु ठाकुर,लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति पारस को दिल्ली बुलाया गया हैं।
बता दें कि केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव कि नीति को लेकर काफी समय से मंथन जारी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही के दिनों में वरिष्ठ मंत्रियों के साथ कई बार लंबा मंथन किया है, इसके अलावा पार्टी स्तर पर भी लगातार बैठकें की जा रही हैं। ऐसे में कई दिनों से कैबिनेट विस्तार के संकेत सामने मिल रहे थे, जो अब काफी जल्द हो सकता है।
