जयपुर: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए जयपुर में प्रस्तावित कांग्रेस की रैली स्थगित करने की मांग को लेकर पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल के सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के बाद पार्टी में बवाल हो गया है। रैली की तैयारी को लेकर जयपुर शहर कांग्रेस की पीसीसी में बुलाई गई बैठक में इस मुद्दे को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ। ज्योति खंडेलवाल के विरोधी कांग्रेस नेता मित्रोदय गांधी ने प्रदेश प्रभारी अजय माकन की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के भाषण के बीच में ही हंगामा शुरू कर दिया। बाद में विधायक अमीन कागजी और दूसरे नेताओं ने हंगामा शांत करवाया।
प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के भाषण के दौरान अचानक बीच में खड़े होकर मित्रोदय गांधी ने बैठक में ज्योति खंडेलवाल की मौजूदगी पर नाराजगी जताते हुए कहा- हम रैली को सफल बनाने दिन रात मेहनत कर रहे हैं और जिस नेता ने हमारी मेहनत पर पानी फेर दिया, उसे यहां बैठा रखा है। गांधी ने जोर-जोर से बोलना जारी रखा। इस पर डोटासरा ने मित्रोदय गांधी से कहा- आप कौनसा भला काम कर रहे हो। अनुशासन में रहकर बात रखनी चाहिए। इन्होंने अच्छा नहीं किया तो आप भी अच्छा नहीं कर रहे हैं। प्रदेश प्रभारी यहां बैठे हैं, उन्हें सब पता है। करीब एक मिनट के हंगामे के बाद शांति हुई और प्रदेशाध्यक्ष ने आगे भाषण दिया।
पूर्व मेयर और कांग्रेस नेता ज्योति खंडेलवाल ने बुधवार को सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कोरोना को देखते हुए 12 दिसंबर की रैली स्थगित करने की मांग की थी। CDS बिपिन रावत और अन्य सैन्यकर्मियों की शहादत के बाद सात दिन सभी कार्यक्रम स्थगित करने का सुझाव दिया था। इस चिट्ठी को उनके विरोधियों ने रैली के विरोध से जोड़ते हुए ज्योति खंडेलवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
ज्योति को तुरंत पार्टी से निकाला जाए – मित्रोदय गांधी
मित्रोदय गांधी ने कहा- जितने लोग कोरोना से नहीं मरे, उससे ज्यादा भूख, महंगाई और बेरोजगारी से मर रहे हैं। महंगाई के खिलाफ रैली बहुत जरूरी हैं। ज्योति खंडेलवाल भीड़ नहीं जुटा पा रही हैं, उनका जनाधार खत्म हो गया। अब रैली टालने जैसे बेतुका सुझाव देकर माहौल खराब कर रही हैं। ज्योति खंडेलवाल को तुरंत पार्टी से निकाला जाए।

