नई दिल्ली : काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान के ज्यादातर हिस्सों पर भले कब्जा कर लिया हो लेकिन एक प्रांत अबतक उसकी पहुंच से दूर है और डटकर सामना करने को तैयार भी है। काबुल से सिर्फ 100 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है पंजशीर प्रांत। इसका अनुवाद करें तो मतलब होगा ‘फारस के पांच शेर’. पंजशीर प्रांत पर अबतक कोई भी कब्जा नहीं कर पाया है और यह लम्बे वक्त से आजाद क्षेत्र बना हुआ है। पंजशीर प्रांत का घाटी वाला इलाका देखने में बहुत मनमोहक है। यह अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से एक है, जिसमें 7 जिले हैं, जिनमें 512 गांव मौजूद हैं। 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, पंजशीर की जनसंख्या 173,000 के करीब है। इसकी प्रांतीय राजधानी बाजारक है।
अमरुल्ला सालेह यहीं से बना रहे तालिबान के खिलाफ रणनीति
इसी प्रांत में ही अमरुल्ला सालेह (अफगानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति) मौजूद हैं। यहीं से उन्होंने दावा किया कि वह अशरफ गनी के भागने के बाद अफगान के केयर टेकर प्रेसिडेंट हैं। उन्होंने पहले भी कहा था कि वह तालिबान के आगे झुकेंगे नहीं।
