नई दिल्ली: एलोपैथी पर विवादित बयान देकर खेद जताने वाले बाबा रामदेव ने अब फॉर्मा कंपनियों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन(IMA) से 25 सवाल पूछे हैं। बाबा रामदेव ने रोजाना की जिंदगी की सामान्य बीमारियों के उपचार में एलोपैथी यानी आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की प्रासांगिकता पर सवाल उठाया है।
बाबा रामदेव ने कहा है कि एलोपैथी सर्वशक्तिमान और सर्वगुण संपन्न है तो फिर एलोपैथी के डॉक्टर तो बीमार ही नहीं होने चाहिए। कोरोना का जिक्र करते हुए बाबा रामदेव ने कहा है कि फार्मा इंडस्ट्री में कोरोना मरीज को बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के ऑक्सीजन बढ़ाने का कोई उपाय है तो बताएं?
उन्होंने कहा कि एलोपैथी पास टाइप-1 टाइप-2 डाइबिटीज के लिए स्थायी निदान क्या है? दवा कंपनियों के पास थायरॉइड, आर्थराइटिस, कोलाइटिस और अस्थमा की समस्या का क्या परमानेंट निदान है।
मैं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व फार्मा कंपनियों से विनम्रता के साथ सीधे 25 सवाल पूछता हूँ- pic.twitter.com/ATVKlDc9tl
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) May 24, 2021
फॉर्मा इंडस्ट्री से सवाल
बाबा रामदेव ने कहा कि फॉर्मा इंडस्ट्री के पास सिरदर्द, माइग्रेन का दर्द का कोई परमानेंट सॉल्यूशन है। जिससे बार बार सिरदर्द और माइग्रेन न हो? ऐसा कोई इलाज है जिससे एक बार दवा खाने पर सिरदर्द परमानेंट बंद हो जाए। एक बार दवा खाएं और स्थायी सिरदर्द, माईग्रेन बंद हो जाए। फार्मा इंडस्ट्री आंखों का चश्मा उतारने और हीयरिंग ऐड हट जाए, इसका कोई निर्दोष इलाज बता दें? पायरिया होने पर, जिससे कि दांत हिलने बंद हो जाए, मसूड़े मजबूत हो जाए, ऐसी कोई निर्दोष दवाई बताएं? जिससे करोड़ों लोग दुखी हैं।
बता दें कि IMA ने वायरल वीडियो के आधार पर दावा किया था कि रामदेव कह रहे हैं कि एलोपैथी एक स्टूपिड और दिवालिया साइंस है, बाद में बाबा रामदेव ने अपने इस बयान पर खेद जताते हुए कहा था कि ये उनका अपना बयान नहीं था बल्कि एक व्हाट्सएप संदेश था जिसे वह पढ़कर सुना रहे थे। मालूम हो कि पिछले दिनों रामदेव ने एलोपैथी दवाओं और डॉक्टरों को लेकर सवाल उठाया था, जिसके बाद बवाल मच गया था। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन समेत विभिन्न संस्थाओं ने रामदेव के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।
हालांकि आज बाबा रामदेव ने कहा कि वे मॉडर्न मेडिकल साइंस का सम्मान करते हैं लेकिन एलोपैथी जगत को भी आयुर्वेद का सम्मान करना चाहिए।