जयपुर। राज्य में शुक्रवार शाम लगे वीकेंड लॉकडाउन के बाद शनिवार को राज्य के सभी शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। बस सब्जी मंडी, दूध की दुकानों और अस्पतालों के आसपास जरूर कुछ आवाजाही नजर आ रही है। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए कहीं RAC ने तो कहीं पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाल रखा है। जयपुर, जोधपुर, कोटा, अलवर, बीकानेर, सीकर, श्रीगंगानगर, सीकर सहित राज्य के सभी शहरों के मुख्य मार्ग शांत हैं। कोई भागमभाग नजर नहीं आ रही है। न वाहनों का शोर, न लोगों की आवाजाही। स्ट्रीट वेंडर्स पॉइंट भी सूने पड़े हैं। ना जल्दी ऑफिस जाने की होड़ है और न कोचिंग जाते बच्चों नजर आ रहे है। कोरोना ने हर तरह की गतिविधियों पर ग्रहण लगा दिया है।
राजधानी में वीकेंड लॉकडाउन
वही राजधानी जयपुर में भी कोरोना के संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए लगाए वीकेंड लॉकडाउन का जयपुर में असर देखने को मिला। सब्जी, किराना, दूध, मेडिकल शॉप को छोड़कर शेष सभी दुकानें, मॉल और अन्य प्रतिष्ठान बंद रहे। पुलिस कार्रवाई के भय के कारण लोगों की आवाजाही बहुत कम रही। चारदीवारी के कई क्षेत्रों में सुबह से सन्नाटा पसरा रहा। यहां पुलिस का सख्त पहरा देखने को मिला।
चारदीवारी में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और निगरानी के लिए ड्रोन उड़ाए। इस दौरान पुलिस मित्रों पर फूल भी बरसाए और उनकी हौसला अफजाई की। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राहुल प्रकाश ने रिजर्व पुलिस लाइन से कोरोना की जागरूकता के लिए फ्लैग मार्च को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जरूरी सामान लेने के लिए लोग सुबह घरों से निकले, लेकिन 11 बजे बाद से सड़कें वीरान दिखने लगीं। चारदीवारी क्षेत्र में बाहर सांगानेर, प्रताप नगर, टोंक रोड, मानसरोवर, मालवीय नगर, इमली फाटक, विद्याधर नगर, अंबाबाड़ी, सोडाला ,वैशाली नगर सहित कई जगहों पर इक्के-दुक्के वाहन ही चलते दिखाई दिए। हालांकि सुबह जरूर लोगों की आवाजाही थोड़ी ज्यादा देखने को मिली। रोडवेज बस स्टेण्ड,रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्थानों पर सामान्य दिनों की तुलना में बहुत कम भीड़ रही।