जयपुर: सबक़ कार्यक्रम मे ओडिसी शास्त्रीय नृत्य की शानदार प्रस्तुति ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया । देश के प्रसिद्ध ओडिसी शास्त्रीय नर्तक भुवनेश्वर उड़ीसा के श्री गोकुलश्री दास ने सबक के मन्च पर सूर्याष्टक, के बाद नवरस रामायण की अनेक घटनाओ को अपने नुत्य से दर्शाया। कृष्ण राधा की छेड़ छाड़ को ओडिसी नुत्य किअलो सजनी के द्वारा बहुत ही सुन्दर तरीके से प्रस्तूत किया।
अंत मे ओडिसी नृत्य की विशेष प्रस्तुति मोक्ष के द्वारा शन्ति मंत्र की प्रस्तुति दि। गोकुलश्री के नृत्य मे सुन्दर भाव वे ओडिसी की पारंपरिक शास्त्रीयेता देखने को मिली। गुलज़ार वायलिन एकेडमी द्वारा गोकुलश्री दास को सुर शृंगार रत्न उपाधि से सम्मानित किया ये सम्मान डॉ ललित कुमार बांगा वे उस्ताद इंतज़ार हुसैन ने दिया। सबक के गुलज़ार हुसैन व गुलाम फरीद पुष्पंद्र अग्रवाल यशा अनवी व शीला राठोड़ नीरज ने व ध्रुव परिवार के सभी सदस्यों ने दर्शको का अभिवादन किया।