जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि एनर्जी विभाग के मोनेटरिंग सिस्टम को चाक चोबंद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सचिवालय के एनर्जी विभाग में इस तरह की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी जिससे विभाग में प्राप्त पत्रों का समय पर निस्तारण हो और विषेष परिस्थितियों को छोड़कर रिमाइण्डर (स्मरण) पत्र प्राप्त न हो।
उन्होंने कार्मिकों से कहा कि किसी भी प्रकरण में रिमाइण्डर आने को उचित नहीं कहा जा सकता वहीं प्रकरणों के निस्तारण के लिए रिमाइण्डर देने की व्यवस्था को प्रभावी बनाना होगा जिससे पत्रों की प्राथमिकताएं और उनका निस्तारण प्रक्रिया में गति आएगी। उन्होंने कहा कि स्टार, प्राथमिकता, शीघ्र आदि मार्किंग के माध्यम से प्रकरणों के निस्तारण की समयसीमा तय होगी।
एसीएस माइंस, पेट्रोलियम व एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने आज लीक से हटकर अभिनव पहल करते हुए सचिवालय स्थित एनर्जी विभाग के सभी अधिकारियों और कार्मिकों से वन टू वन रुबरु हो रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें विभाग की छवि सुधारनी है, प्रकरणों के निस्तारण की प्राथमिकता तय करते हुए समय पर निस्तारण सुनिश्चित करना है। उन्होंने लिपिक स्तर से सहायक सचिव व विशेषाधिकारी स्तर के अधिकारियों से सीधे संवाद कायम किया। उन्होंने कहा कि हमारा माइण्ड सेट प्रकरणों के निस्तारण का होना चाहिए नाकि अनावश्यक रुप से लंबित करने का।
उन्होंने कहा कि समय समय पर आयोजित विभागीय मीटिंगोें की प्रोसेडिंग तीन कार्यदिवस में आवश्यक रुप से जारी की जाएगी। डॉ. अग्रवाल ने मुख्यमंत्री कार्यालय, एनर्जी मंत्री कार्यालय, वीवीआईपी पत्रों, केन्द्र सरकार से प्राप्त पत्रों, विभिन्न आयोगों से प्राप्त प्रकरणों, सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त पत्रों के साथ ही संपर्क पोर्टल आदि से प्राप्त प्रकरणों का समयवद्ध निष्पादन के निर्देश दिए। उन्होंने विधान सभा प्रश्नों, आश्वासनों आदि के समय पर उत्तर भिजवाने, न्यायालयों में विचाराधीन प्रकरणों के समय पर जबाव दावें प्रस्तुत करने और बजट घोषणाओं की समयवद्ध क्रियान्वयन की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने अनावश्यक पत्रावलियों को रेकार्ड रुम में जमा कराने के निर्देश दिए।
बैठक में संयुक्त सचिव आलोक रंजन ने बताया कि सचिवालय स्तर पर प्राप्त प्रकरणों को समय पर निस्तारण के प्रयास किए जा रहे हैं वहीं तय समय सीमा में प्रकरणों का निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा। बैठक मेें ओएसडी सुशील माथुर सहित विभाग सचिवालय स्थित एनर्जी विभाग के सहायक सचिव से कनिष्ठ सहायक स्तर तक के सभी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।