जयपुर: राजस्थान में कोरोना संक्रमण पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले दिनों जहां प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कोरोना के खराब प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार पर आरोप लगाए थे। वहीं अब नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश सरकार पर आरोपों की बौछार कर दी है। कटारिया ने कहा कि राजस्थान में कोरोना कुप्रबंधन के लिए सिर्फ कांग्रेस की सरकार जिम्मेदार है। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके नेताओं को रोज सुबह उठते ही केंद्र के नेताओं पर आरोप लगाने बंद करने चाहिए।
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि 45 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए केंद्र द्वारा वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई। इसमें देश में राजस्थान नंबर वन रहा। लेकिन, इसके लिए प्रदेश सरकार के मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला। जबकि 18 से 44 साल तक की आयु के लोगों को टीका लगाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार के पास थी। इसमें राजस्थान फिसड्डी साबित हो रहा है। लेकिन, इस पर प्रदेश सरकार केंद्र पर हर दिन आरोप लगा रही है जो सरासर गलत है।
कुप्रबंधन का वैक्सीनेशन
कटारिया ने कहा कि राजस्थान की सरकार समय रहते यह निश्चित नहीं कर पाई कि प्रदेश के युवाओं को कब और कैसे टीका लगाया जाएगा। जिसकी वजह से अब प्रदेश के युवाओं को टीके का इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक में राज्य सरकार द्वारा ही 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों को टीका लगाने का फैसला किया जा चुका था। बावजूद इसके सरकार ने जनता को भ्रमित करने के लिए अपने फैसलों में देरी की।
इस दौरान कटारिया ने प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि रघु शर्मा कहते हैं कि प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने पर भी केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है। तो क्या प्रदेश सरकार का कोई दायित्व नहीं, क्या प्रदेश सरकार युवाओं के लिए ऑक्सीजन, वैक्सीन और चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था नहीं कर सकती।