जयपुर। जयपुर ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था दम तोड़ती दिखती है। लगातार शिकायतों के बाद भी निगम के जिम्मेदार आँख मूंदे बैठा है। एक माह पूर्व आयुक्त से हुई कथित हाथापाई के बाद सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। हड़ताल से लौटने के एक माह बाद भी डोर टू डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था सुचारु न होने से घरों और गलियों में कूड़े और गंदगी के ढेर लग गए है। कोरोना काल चल रहा है वहीं, मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है, अगर सबकुछ ऐसे ही चलता रहा, तो लोगों में संक्रमण बढ़ने का खतरा और भी बढ़ जाएगा।
जयपुर ग्रेटर नगर निगम के वार्ड नंबर 109 के मॉडल टाउन डी ब्लॉक के निवासी और वरिष्ठ पत्रकार बाल मुकुंद ओझा ने बताया की उनकी कॉलोनी में पिछले एक सप्ताह से कचरा गाड़ी नहीं आ रही है। इसकी शिकायत नगर निगम के शिकायत केंद्र सहित सेक्टर इंस्पेक्टर रोशन और वार्ड सुपरवाइज़र राजेश को एक दर्जन दफा मोबाइल पर करने के बाद भी कचरा गाड़ी नहीं पहुंची। इससे सफाई व्यवस्था नाकाम और बेपटरी होने का साफ़ साफ़ पता चलता है। नगर निगम की मेयर का एक सप्ताह में सफाई व्यवस्था दुरस्त करने का दावा भी कागजी साबित हो रहा है। नगर निगम के सफाई व्यवस्था के जिम्मेदार कर्मचारियों और अधिकारीयों द्वारा नियमित रूप से निरीक्षण के दावे भी खोखले सिद्ध हो रहे है।