जयपुर: राजस्थान के आयरन ऑर (लोह अयस्क) माइनिंग ब्लॉक्स की अब प्रीमियम दरों पर नीलामी होने लगी है। भीलवाड़ा के धूलखेडा-जीपिया आयरन ऑर ब्लॉक की कंपोजिट लाइसेस के रुप में रिजर्व प्राइस से 117 प्रतिशत प्रीमियम पर नीलामी हुई है। इसका सीधा सीधा अर्थ यह है कि कंपोजिट लाइसेंस के अनुसार संबंधित लाइसेंसधारी द्वारा खनिज के अनुमानित भण्डार की खोज का कार्य किया जाएगा व उसके बाद खनन पट्टा जारी होगा। इस ब्लॉक से सरकार को रायल्टी के अतिरिक्त 117 प्रतिशत राशि प्रीमियम के रुप में मिलेगी। इससे पहले इसी वित्तीय वर्ष में जयपुर के बागावास ब्लॉक की आयरन ओर माइनिंग ब्लॉक की ई नीलामी रिजर्व प्राईस से 452 प्रतिशत अधिक राशि में हुई हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा खनिज खोज व खनन पर जोर और खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया द्वारा नियमित समीक्षा का परिणाम है कि प्रदेश के मेजर व माइनर माइनिंग ब्लॉक्स की तुलनात्मक रुप से बेहतर दरों पर पारदर्शी तरीके से नीलामी होने लगी है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल द्वारा माइनिंग ब्लॉक्स की तैयारी से लेकर नीलामी प्रक्रिया तक की नियमित समीक्षा और अवैध खनन पर प्रभावी रोक के लिए वैध खनन को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक माइनिंग ब्लॉक्स तैयार कर पारदर्शी व प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर नीलामी के प्रयासों का परिणाम है कि माइनिंग ब्लॉकों की रायल्टी के साथ ही अतिरिक्त राजस्व प्राप्ति के लिए प्रीमियम दरों पर नीलामी होने लगी है। गौरतलब है कि माइंस विभाग द्वारा माइनिंग ब्लॉक्स तैयार करने के साथ ही व्यापक प्रचार-प्रसार व भारत सरकार के ई-पोर्टल से नीलामी से अधिक प्रतिस्पर्धा में ब्लॉक्स की नीलामी होने लगी है।
भीलवाड़ा के 8.88 वर्ग किलोमीटर में धूलखेड़ा-जीपिया आयरन ऑर ब्लॉक में 30.40 मिलियन टन आयरन ऑर के भण्डार का आरंभिक अनुमान के साथ कंपोजिट लाइसेंस की रिजर्व प्राइस 22.5 प्रतिशत रखते हुए नीलामी प्रक्रिया आरंभ की गई। इसमें चार निविदाएं प्राप्त हुई। तकनीकी निविदा प्राप्ति पर अधिकतम इनिशियल प्राइस ऑफर (आईपीओ) 45.30 प्रतिशत प्राप्त हुआ। इस पर ई नीलामी में चार फर्म आई जिसमें उड़ीसा की जिंदल स्टील एण्ड पॉवर लि ने सर्वाधिक 117 प्रतिशत प्रीमियम की अंतिम बिड़ प्रस्तुत की गई।
बागावास आयरन ऑर ब्लॉक नीलामी की 452 प्रतिशत प्रीमियम राशि समूचे देश के माइनिंग ब्लॉक नीलामी के इतिहास में सर्वाधिक है। गौरतलब है कि खनिज नीलामी नियम 2015 के प्रभाव में आने के बाद समूचे देश में अब तक की यह सबसे अधिक प्रीमियम राशि पर नीलामी है। इससे पहले मध्यप्रदेश में खनिज रॉक फॉस्फेट के ब्लॉक की नीलामी में सर्वाधिक 320 प्रतिशत बोली प्राप्त हुई थी।
विभाग द्वारा जयपुर जिले के विराटनगर के पास बागावास में 5.9266 हैक्टेयर आयरन ऑर ब्लॉक के आवंटन के लिए 31 मई को निविदा सूचना जारी की गई थी। उच्चतम बोली पंजाब भटिंडा के शुभ लोहिया प्रो. भारत कोल ट्रेडर्स भटिंडा पंजाब ने 452 प्रतिशत लगाई। नीलामी प्रक्रिया में पांच बोलीदाताओं ने हिस्सा लिया। बागावास की आयरन ऑर की इस माइनिंग ब्लॉक की नीलामी से राज्य सरकार को आगामी 50 सालों में रायल्टी, प्रीमियम, डीएमएफटी, एनएमईटी आदि का मिलाकर 119.65 करोड़ रु. का राजस्व मिलने की संभावना है।
राजस्थान में आयरन ऑर के विपुल भण्डार होने के साथ ही विभाग द्वारा नई खोज व नीलामी के लिए ब्लॉक तैयार करने का कार्य जारी है। जयपुर, सीकर, झुन्झुनू, करौली, भीलवाड़ा और अलवर मेें खनिज आयरन ओर के विपुल भण्डार उपलब्ध है। प्रदेश में वर्तमान में जयपुर में 4, सीकर में 3, झुन्झुनू में 6, भीलवाड़ा में 2 और अलवर में 1 इस तरह आयरन ऑर के कुल 16 खनन पट्टे कार्यशील है और इनसे मोटे अनुमान के अनुसार 50 करोड़ रु. से अधिक का सालाना राजस्व प्राप्त हो रहा है। विभाग द्वारा आयरन ऑर खनिज नीलामी के लिए और नए ब्लाक तैयार किये जा रहे हैं।