जयपुर: चित्तौड़गढ़ में पकड़े आतंकी संदिग्धों के बाद अब राजस्थान से लेकर एमपी तक जांच एजेंसियां एक्शन मोड पर हैं। मध्य प्रदेश की रतलाम पुलिस ने भी बड़ी कार्रवाई कर राजस्थान में पकड़े गए संदिग्ध आतंकवादी गुट अलसुफा के सरगना इमरान को गिरफ्तार कर लिया है। इमरान के दो साथी भी रतलाम पुलिस के शिकंजे में हैं। सूचना है कि राजस्थान एटीएस-एसओजी ने दो और संदिग्ध आतंकियों को डिटेन किया है। हालांकि, इसकी अधिकारिक पुष्टि होना अभी बाकी है। इस सिलसिले में दोनों राज्यों से अब तक 6 दहशतगर्द दबोचे जा चुके हैं।
संदिग्ध आतंकियों को चित्तौड़गढ़ कोर्ट मे पेशी के बाद शुक्रवार सुबह जयपुर लाया गया है। तीनों आरोपियों को एटीएस मुख्यालय में रखा गया है, जहां इनसे पूछताछ चल रही है। पूरा एटीएस मुख्यालय छावनी में बदल गया है। हथियारबंद कमांडो सुरक्षा में लगाए गए हैं। राजस्थान में हुए एक्शन के बाद एमपी एटीएस भी सक्रिय है। बताया जा रहा है कि सूफा संगठन से जुड़े करीब 40 संदिग्धों पर एमपी पुलिस की नजर है।
जयपुर, चित्तौड़गढ़, टोंक समेत कई शहरों में ATS का सर्च अभियान तेज
ATS और SOG का नब्बे फीसदी स्टाफ फील्ड में है। अफसरों के कमरे बंद हैं और वे कई शहरों में लोकल पुलिस के साथ मिलकर खुफिया तौर पर सर्च अभियान शुरू कर चुके हैं। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया था कि तीनों संदिग्ध आतंकी जयपुर के नजदीक कुछ जगहों पर सड़क खोदकर विस्फोटक दबाने वाले थे।
बाद में विस्फोटक लेने जयपुर से इनके साथी आते और उसके बाद सही समय पर बड़े धमाके का प्लान था। विस्फोटक लाने वालों को तो लोकल पुलिस और एटीएस ने पकड़ लिया। अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि जयपुर से RDX सप्लाई लेने कौन-कौन संदिग्ध आने वाले थे। पकड़े गए सैफू, जुबैर और अल्तमस को 8 अप्रैल तक रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों की मदद करने वाले टोंक और चित्तौड़गढ़ के संदिग्धों से भी पूछताछ जारी है।