जयपुर : प्रदेश में 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं करवाने पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष की अलग-अलग राय सामने आई है। बोर्ड अध्यक्ष ने सुबह ही कहा था कि बोर्ड परीक्षांए तय समय पर होंगी। उधर सीएम की कोरोना समीक्षा बैठक में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कोरोना के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए बोर्ड परीक्षाएं टालने का सुझाव दिया। डोटासरा के सुझाव पर सीएम ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, क्योंकि वर्चुअल बैठक सार्वजनिक थी, लेकिन इससे परीक्षाएं टालने को लेकर चचार्एं शुरु हो गई हैं।
शिक्षा मंत्री और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष की अलग-अलग राय
डोटासरा ने बैठक में कहा, मैं हमेशा इस बात का पक्षधर रहा हूं कि स्कूल खोले जाएं, परीक्षाएं समय पर हों और बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। अभी कोरोना के हालात को देखते हुए एक बार बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर देना चाहिए, बाद में हालात सामान्य होने पर इन पर आगे फैसला ले लेंगे। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारौली ने आज सुबह ही कहा था कि बोर्ड के प्रैक्टिकल स्थगित किए गए हैं, बोर्ड परीक्षाएं तय समय पर ही होंगी। अब शिक्षा मंत्री के बयान के बाद फिर असमंजस की स्थिति बन गई है। शिक्षा मंत्री के सुझाव पर मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से ओपन समीक्षा बैठक में कुछ नहीं कहा, इसलिए इस बात की संभावना है कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री चर्चा के बाद फैसला करेंगे।
पंचायत चुनाव भी स्थगित हों
डोटासरा ने कहा, 12 जिलों के पंचायत चुनाव भी स्थगित किये जाने चाहिए। उपचुनाव में तो अब दो दिन का वक्त है लेकिन 12 जिलों में पंचायत चुनाव की राज्य निर्वाचन आयोग कभी भी घोषणा कर सकता है। कोविड को देखते हुए पंचायत चुनाव अभी नहीं करवाने चाहिए।