जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षकों से कहा है कि ग्रीष्मावकाश में घर बैठे शिक्षक इस आपदा काल मे समाज का कोरोना महामारी के प्रति सर्तक कर पथ प्रदर्शक की भूमिका निभाए।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों के नाम जारी ट्वीट अपील में कहा कि शिक्षकों को ग्रीष्म अवकाश समयपूर्व दिया गया है। अधिकांश शिक्षक अपने घरों पर हैं। शिक्षक समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं इसलिए इस आपदा के समय उनकी सामाजिक जिम्मेदारी अतिरिक्त बढ़ जाती है।
कोरोना महामारी के कारण शिक्षकों को ग्रीष्म अवकाश समयपूर्व दिया गया है। अधिकांश शिक्षक अपने घरों पर हैं। शिक्षक समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं इसलिए इस आपदा के समय उनकी सामाजिक जिम्मेदारी अतिरिक्त बढ़ जाती है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 24, 2021
गहलोत ने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे मैं अपने पड़ोस, गांव एवं परिचित लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल यथा मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग एवं चिरंजीवी योजना के बारे में जागरुक करें।
उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकगण समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए चिरंजीवी योजना में अधिक से अधिक लोगों का पंजीकरण करवाने का कार्य करें। 30 अप्रेल तक इस योजना में रजिस्ट्रेशन करवाने वाले परिवारों को 1 मई से पांच लाख रुपये का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध होगा जिसमें कोविड का इलाज भी शामिल है।