जयपुर। भाजपा के नव नियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी आज गुवाहाटी में हैं। वे वहां असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मेवाड़ बांगड़ पर अपनी पकड़ को मजबूत करने का गुरुमंत्र लेने पहुंचे हैं। सीपी जोशी रविवार को गुवाहाटी पहुंचते ही सबसे पहले असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मिलने असम राजभवन पहुंचे। जोशी की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य कटारिया से मुलाकात का ही माना जा रहा है, क्योंकि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद जोशी की यह पहली मुलाकात हैं।
जोशी भी मेवाड़ से आते हैं और उनका संगठन के महत्वपूर्ण पद पर ये मनोनयन भी कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद मेवाड़ में आई रिक्तता को भरने के प्रमुख उद्देश्य से ही किया जाना माना जा रहा हैं। जोशी चाहते हैं कि प्रदेश के साथ मेवाड़ पर भी उनकी मजबूत पकड़ हो ताकि कटारिया की विरासत को वे अच्छे से संभाल सके। चूंकि बांगड़ भी मेवाड़ का अभिन्न हिस्सा है और कटारिया का इन दोनों अंचलों को मोटर साइकिल से नापा हुआ हैं। जोशी की नियुक्ति में कटारिया की भी मौन सहमति मानी जा रही है लिहाजा जोशी कटारिया की विरासत को सलीके से संभालने के लिए आशीर्वाद लेने आज गुवाहाटी पहुंचे हैं ।
लगातार दूसरी बार चितौड़ से सांसद सीपी जोशी राजनीति के शुरुआती दिनों में कटारिया के ही शिष्य थे। युवा मोर्चा की राजनीति से सांसदी तथा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर पहुंचे सीपी जोशी के इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा भी जोरों पर हैं। जोशी कटारिया के इस्तीफे से खाली हुई उदयपुर सीट के स्वाभाविक व सशक्त दावेदार माने जा रहे हैं। कटारिया भले ही राज्यपाल बन गए हो,पर उदयपुर शहरी सीट सहित कई अन्य विधानसभा क्षेत्रों में उनके वरदहस्त बिना कोई कामयाब नहीं हो सकता ऐसे में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए भी कटारिया के साथ की जरूरत हैं। प्रदेशाध्यक्ष बनने से पहले सीपी जोशी के मावली विधानसभा क्षेत्र से लड़ने का भी जबरदस्त रूमर था। मावली से भाजपा के सीटिंग विधायक धर्म नारायण जोशी हैं। उनकी टिकट काट चुनाव लड़ने का गलत मैसेज जा सकता है इसीलिए सीपी जोशी की नजर उदयपुर शहर पर ही अधिक हैं।