दिसपुर : असम में भाजपा की चुनावी जीत के एक हफ्ते बाद हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa) ने सोमवार को राज्य के 15वें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली। उन्हें राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी ने शपथ दिलाई। इसके साथ ही श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में नए मंत्रिमंडल का भी शपथ ग्रहण समारोह हुआ। इससे पहले रविवार को हिमंत को सर्वसम्मति से भाजपा और एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया था। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए।
প্ৰতিগৰাকী অসমবাসীৰ শ্ৰীচৰণত সেৱা আগবঢ়াই আৰু প্ৰধানমন্ত্ৰী শ্ৰী নৰেন্দ্ৰ মোদী ডাঙৰীয়াৰ দেশপ্ৰেমৰ পৱিত্ৰ আদৰ্শ অনুকৰণ কৰি পৱিত্ৰ অসমভূমিক সততা আৰু নিষ্ঠাৰে সেৱা কৰাৰ সংকল্পৰে ৰাজ্যখনৰ মুখ্যমন্ত্ৰীৰ দায়িত্বভাৰ গ্ৰহণ কৰিলোঁ ৷ pic.twitter.com/zZ8hnpGXrh
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) May 10, 2021
पांचवीं बार चुने गए विधायक
हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa) असम की जालुकबारी विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं। हिमंता बिस्वा ने इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार रामेन चंद्र बोर ठाकुर को हराकर विधानसभा पहुंचे हैं। इससे पहले वह सोनोवाल सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
इसलिए नेतृत्व में किया गया बदलाव
- बिस्वा पूरे नॉर्थ-ईस्ट में काफी प्रभावी माने जाते हैं। सोनोवाल सरकार में उन्होंने फाइनेंस, प्लानिंग एंड डेवलपमेंट, हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर, एजुकेशन और पीडब्ल्यूडी जैसे अहम विभागों का जिम्मा संभाला था। केंद्रीय नेतृत्व के शीर्ष नेताओं से भी उनके अच्छे संबंध हैं। ऐसे में मीडिया रिपोट्र्स में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी पर बिस्वा को असम की कमान सौंपने का दबाव था।
- 2015 में बिस्वा कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। माना जाता है कि उस वक्त बिस्वा के पॉलिटिकल मैनेजमेंट स्किल्स से अमित शाह काफी प्रभावित हुए थे। नॉर्थ-ईस्ट में बीजेपी के विस्तार में भी बिस्वा की अहम भूमिका मानी जाती है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, अमित शाह ने भी इस बात को माना था।
- नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के बिस्वा संयोजक भी हैं। इस अलायंस का गठन क्षेत्रीय दलों को बीजेपी की अगुवाई में लाने के लिए किया गया था। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक बिस्वा की निगाहें भी हमेशा से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर थीं।