पाली : गर्मी की छुट्टियों में सिक्किम घूमने गया ज्वैलरी कारोबारी का पूरा परिवार उत्तर सिक्किम के लाचुंग-चुगथांग सड़क मार्ग पर दुर्गम पहाड़ी इलाके ‘खेदुम भीर’ के पास हुए सड़क हादसे में खत्म हो गया। हादसे में पति-पत्नी और उनकी दो बेटियों की मौत हो गई। वहीं कारोबारी के दोस्त के 16 साल के बेटे और ड्राइवर ने भी जान गंवा दी। हादसे का शिकार परिवार मूल रूप से पाली का रहने वाला था और 20 साल से मुंबई में रह रहा था। हादसे में सुरेश (45) पुत्र पन्नालाल पूनमिया जैन, उनकी पत्नी तुराल (34), दो बेटियों हिरल (15) व देवांशी (10), अमित उर्फ जयन परमार (14) और ड्राइवर सोमी विश्वकर्मा की मौत हो गई। अमित सुरेश के दोस्त का बेटा था।
सुरेश अपने दो दोस्तों के परिवार के साथ सिक्किम घूमने गया था। शनिवार रात तीनों का परिवार तीन कार में सवार था। रास्ते में सुरेश के दोस्त का बेटा जयन परमार अपनी कार से उतरकर उनकी कार में बैठ गया था। दो कार होटल पहुंच गई, मगर सुरेश के नहीं आने पर दोस्तों ने उन्हें फोन मिलाया। फोन नहीं मिलने पर दोनों तलाश करते हुए निकले। उत्तर सिक्किम के लाचुंग-चुगथांग सड़क मार्ग पर दुर्गम पहाड़ी इलाके ‘खेदुम भीर’ में कार 200 फीट गहरी खाई में गिरी नजर आई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को बाहर निकाला।
हादसे में सुरेश का पूरा परिवार खत्म
हादसे में सुरेश का पूरा परिवार खत्म हो गया। वह मुंबई के ठाणे में स्थित जैन मंदिर के वल्लभ मंडल अभिनंदन बैंड के प्रमुख थे। मंदिर के सभी आयोजनों में प्रमुखता से हिस्सा लेते थे। साउथ मुंबई में सुरेश की हॉलसेल ज्वैलरी की शॉप है। उसके दोनों दोस्त की शॉप भी वहीं है। जयन परमार का परिवार भी मूल रूप से पाली के पास मगरतलाव का रहने वाला है। सुरेश पूनमिया मूल रूप से पाली के सादड़ी के रहने वाले थे। करीब 20 साल पहले मुंबई में शिफ्ट हुए थे। सुरेश का सादड़ी में विद्यासागर के सामने पैतृक मकान है। धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम में परिवार सादड़ी आता था। पिछले साल भी एक कार्यक्रम में आया था । मौत की खबर लगते ही सादड़ी और मुंबई में उनके पहचान वालों को सदमा लगा। पाली के जैन समाज और अन्य लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए श्रद्धांजलि दी। लोगों ने कहा कि सुरेश मिलनसार स्वभाव के थे।